नोएडा : अंतराष्ट्रीय महिला दिवस पर एमिटी यूनिवर्सिटी में “सनोरा द मल्टीफेसेटेड यू” का आयोजन
1 min readनोएडा, 7 मार्च।
अंर्तराष्ट्रीय महिला सप्ताह (दिवस) 2024 पर एमिटी विश्वविद्यालय में नारीत्व के उत्सव का आयोजन करते हुए एमिटी फिनिशिंग स्कूल द्वारा ‘‘ सेनोरा द मल्टीफेसेटेड यू’’ नामक ज्ञानवर्धक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम में इंडियन आर्ट इन्वेस्टर के संस्थापक श्री अरविंद विजय मोहन, लेखिका व प्रेरक वक्ता लेफ्ट (डा) रीता गंगवानी, एमिटी शिक्षण समूह के संस्थापक अध्यक्ष डा अशोक कुमार चौहान, एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला, वरिष्ठ पत्रकार सुश्री मलिका मल्होत्रा, एमिटी यूनिवर्सिटी ऑनलाइन के चेयरमैन श्री अजीत चौहान और एमिटी फिनिशिंग स्कूल की उपाध्यक्ष सुश्री जयश्री चौहान ने छात्रों को प्रेरित किया।
इस उत्सव को अधिक महत्व देने के लिए एमिटी फिनिशिंग स्कूल द्वारा ‘प्रयातन और उदार फांउडेशन की वंचित महिलाओं के लिए बुनियादी सॉफ्ट कौशल कार्यशाला का आयोजन भी किया गया। कार्यक्रम में रितनंद बलवेद एजुकेशन फांउडेशन की ट्रस्टी सुश्री महताब चौहान और सुश्री रिधिमा चौहान भी उपस्थित थी। इस अवसर पर वेल बिंग सेंटर की निदेशक डा रिता वत्स, लक्जरी कंसलटेंट सुश्री माधवी अडवानी, लकक्ष्यम एनजीओ की संस्थापक सुश्री राशी आनंद, रोटी बैंक की सुश्री रेखा बेहरानी, लेखिका व प्रेरक वक्ता लेफ्ट (डा) रीता गंगवानी आदि को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में इंडियन आर्ट इन्वेस्टर के संस्थापक श्री अरविंद विजय मोहन ने संबोधित करते हुए कहा कि अंर्तराष्ट्रीय महिला दिवस, महिलाओं के सशक्तीकरण, अधिकारों और उनकी सफलताओं का जश्न है। हमे महिलाओं योद्धाओं की क्षमता का सम्मान करना चाहिए चाहे वो किसी भी क्षेत्र में कार्यरत हो या घर के देखभाल करती हो। बदलते वैश्विक परिदृश्य में महिला एंव पुरूष हर क्षेत्र में समान है इसलिए उनके सम्मान व अधिकार भी बराबर है। इस अवसर पर उन्होनें छात्रों के ब्राडिंग एवं लक्जरी पर पूछे गये प्रश्नों के उत्तर भी दिये।
लेखिका व प्रेरक वक्ता लेफ्ट (डा) रीता गंगवानी ने कहा कि जीवन दिशानिर्देशों के साथ नही प्राप्त होता, हमें अपने जीवन का निर्माण स्वंय करना पड़ता है। ईश्वर ने अपनी अभूतपूर्व कृति ‘‘ महिला’’ का निमार्ण किया और उसके साथ अलौकिक शक्तियां प्रदान की। महिलाओ ंमें बहुमुखी गुण होते है जो उन्हे मां लक्ष्मी, मां दुर्गा और मां सरस्वती का रूप बनाता है। सुश्री गंगवानी ने कहा कि दुखों का बोझ उठाने की बजाय त्याग करेे जिसमें आप सर्वप्रथम जीवन से पीड़ा का त्याग करें इसके लिए लोगों को क्षमा करें, द्वितीय आप अपने अतीत की गलतियों का त्याग करेे क्यांेकी जीवन में कोई भी ऐसा नही है जिससे गलतियां नही हुई है। तृतीय तुलना को त्यागे क्योकी जीवन में कोई भी संपूर्ण नही है। चतुर्थ डर को त्यागे और चुनौतियों को स्वीकार करें, पंाचवा दूसरो से अपेक्षाओं का त्याग करे और छठवां सीमित विश्वास एंव कम सोच को का त्याग करे और स्वंय को आत्मविश्वास से भरपूर रखे। जीवन में कौशलों एवं क्षमताओं को पहचाने आप सफलता के मुकाम पर होगी।
एमिटी शिक्षण समूह के संस्थापक अध्यक्ष डा अशोक कुमार चौहान ने कहा कि एमिटी फिनिशिंग स्कूल छात्रों को कोरपोरेट विश्व में अपने व्यवहार से सफल होने में सहायता करता है। उन्होनें कहा कि यह अपको सही निर्णय लेने के लिए व्यवहारिक बनाता है। आज इस कार्यक्रम में आये अतिथियों ने आपका मार्गदर्शन किया है उसके प्रतिशब्द को जीवन में आत्मसात करें, यह आपके व्यवसायिक एंव निजी जीवन में लाभप्रद होगा।
एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला ने कहा कि आज कई वैश्विक ब्रांड वाले संस्थान, एमिटी फिनिशिंग स्कूल के कर्मचारियों में मूल्यों के विकास हेतु संर्पक कर रहे है। वर्तमान मंें कोरपोरेट विश्व में व्यापक परिवर्तन हो रहा है। एमिटी फिनिशिंग स्कूल, प्रतिभागीयों को प्रशिक्षित करके उन्हे विकसित भारत में योगदान देने के लिए तैयार कर रहा है।
वरिष्ठ पत्रकार सुश्री मलिका मल्होत्रा ने कहा कि महिलाये, शक्ति, दृढ़ता और लचीलेपन का परिचायक है। अंर्तराष्ट्रीय महिला दिवस, महिलाओं की उपलब्धियों, ज्ञान आदि को दर्शाता है हमारी घर की मातायें, पत्नी, बेटीयां आदि अकीर्तित नायक है जो समाज में बराबरी के सम्मान का अधिकार रखती है।
एमिटी फिनिशिंग स्कूल की उपाध्यक्ष सुश्री जयश्री चौहान न अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि अंर्तराष्ट्रीय महिला दिवस पर एमिटी फिनिशिंग स्कूल द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम का उददेश्य छात्रों को लैगिंक समानता के प्रति जागरूक करना है। इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रही महिलाओं का सम्मान किया गया जिन्होनें अपने प्रेरणादायक अनुभवों से छात्रों को प्रेरित भी किया। एमिटी फिनिशिंग स्कूल, समाजिक और अंर्तराष्ट्रीय प्रोटोकॉल, सॉफ्ट स्किल, छवि संर्वधन, संचार कौशल और शिष्टाचार के विभिन्न पहलुओं पर व्यक्तियों को निखारता है और उनका कौशल बढ़ाता है।
अंर्तराष्ट्रीय महिला सप्ताह (दिवस) 2024 पर आज एमिटी इंस्टीटयूट ऑफ इंडियन सिस्टम ऑफ मेडिसिन द्वारा योग कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें बड़ी संख्या में छात्राओं और महिला शिक्षकों द्वारा विभिन्न आसनों का अभ्यास किया गया और उसके लाभों की जानकारी प्राप्त की ।
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