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नोएडा : एमिटी की छात्रा रिया पी डे को नवाचार “एक्वेरियस” के लिए मिली 7 लाख की फंडिंग

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नोएडा, 16 अप्रैल।

एमिटी विश्वविद्यालय के एमिटी इंस्टीटयूट ऑफ एयरोस्पेस इंजिनियरिंग की बी टेक (एयरोस्पेस इंजिनियरिंग) की अंतिम वर्ष की छात्रा सुश्री रिया पी डे ने अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद और शिक्षा मंत्रालय के इनोवेशन सेल द्वारा आयोजित युक्ति इनोवेशन चैलेंज 2023 में भाग लिया और अपने नवाचार ‘‘एक्वेरियस’’ के लिए 7 लाख का ग्रांट सपोर्ट प्राप्त किया। विदित हो कि फंडिंग मूल्यांकन चरण से गुजरने वाली कुल 441 टीमों में से कुल 135 नवाचारों को अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद और शिक्षा मंत्रालय के इनोवेशन सेल से अनुदान या ग्रांट प्राप्त करने के लिए पात्र पाया गया है ताकि वे अपने नवाचारों पर काम कर सकें और इसे स्टार्टअप में बदल सकें। इस अवसर पर एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला ने छात्रा ंको बधाई देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की।

समुद्र में माइक्रो नैनो प्लास्टिक की सांद्रता में भारी वृद्धि हुई है। ये माइक्रो नैनो प्लास्टिक जब गलती से समुद्री जीवन में प्रवेश कर जाते है तो कई नकारात्मक दृष्प्रभावों का कारण बनते है, इसलिए एक पूरी तरह से स्वायत्त पानी के नीचे वाहन एक्वेरियस डिजाइन किया है जो न केवल कन्वोल्यूशनल न्यूरल नेटवर्क्स की मदद से इन माइक्रो नैनो प्लास्टिक का पता लगाने में सक्षम है बल्कि मेम्ब्रेन बायो रिएक्टर की मदद से इसे पकड़ने और हटाने में भी सक्षम है। एक्वेरियस अंडरवाटर वाहन सूक्ष्म नैनो प्लास्टिक का पता लगाएगा और उसे हटाएगा जिससे जैव विविधता का संरक्षण होगा और जलीय वनस्पतियों और जीवों को बचाया जा सकेगा। एकत्रित माइक्रो नैनो को रिसाइक्लिंग के लिए भेजा जाएगा।

एमिटी विश्वविद्यालय के बी टेक (एयरोस्पेस इंजिनियरिंग) की अंतिम वर्ष की छात्रा सुश्री रिया पी डे ने कहा कि मैं अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद और शिक्षा मंत्रालय के इनोवेशन सेल से फंडिंग प्राप्त करके वे स्वंय को सम्मानित और आत्मविश्वास से भरपूर महसूस कर रही है जो मुझे अपने इनोवेशन को और अधिक विकसित करने में सक्षम बनायेगा। उन्होनें कहा कि एमिटी के शिक्षकों, निदेशक और अभिभावकों की बेहद आभारी हंू जिन्होनें इस नवाचार को विकसित करन में मेरा समर्थन किया। वर्तमान समय में प्रदूषण एक गंभीर समस्या है मुझे उम्मीद है मेरा नवाचार एक सुरक्षित और टिकाउ वातावरण बनाने में सहयोग देगा।

एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला ने कहा कि एमिटी मे हम छात्रों को शोध व नवाचार के लिए प्रेरित करते है क्योकि बिना शोध व नवाचार के समस्याओं का निवारण नही किया जा सकता। हम छात्रों को वैश्विक व स्थानिय समस्याओं के हल को प्राप्त करने और अपने नवचारों को उद्यम या स्टार्टअप में स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित करते है। समुद्र क्षेत्र में बढ़ रहे प्रदूषण को रोकने और उसके मानव जीवन पर होने वाले प्रभावों को समाप्त करने में एमिटी की छात्रा द्वारा किया गया नवाचार कारगर साबित होगा। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद और शिक्षा मंत्रालय के इनोवेशन सेल द्वारा आयोजित प्रतियोगिताओं में ग्रांट प्राप्त करना हमारे छात्रों की प्रतिभा को साबित करता है।

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