TRAI के चेयरमैन अनिल कुमार लाहोटी ने बताया कि 1600 नंबर सीरीज विशेष रूप से बैंकिंग, वित्तीय सेवाओं और बीमा क्षेत्र के लिए आरक्षित की गई है। इस सीरीज का उपयोग केवल लेन-देन और सेवा-संबंधी कॉल्स के लिए होगा। उदाहरण के लिए, यदि आपको अपने बैंक खाते, क्रेडिट कार्ड या बीमा पॉलिसी से संबंधित कोई कॉल आती है, तो वह 1600 से शुरू होने वाले नंबर से होगी। इससे ग्राहकों को असली और फर्जी कॉल्स के बीच अंतर करने में आसानी होगी।
RBI ने मार्केटिंग और प्रचार-संबंधी कॉल्स के लिए 140 से शुरू होने वाले नंबरों को निर्धारित किया है। इसका मतलब है कि यदि कोई बैंक या वित्तीय संस्थान आपको पर्सनल लोन, क्रेडिट कार्ड या बीमा जैसी सेवाओं के लिए कॉल करता है, तो वह 140 से शुरू होने वाले नंबर से होगी। यह कदम ग्राहकों को प्रचार कॉल्स और धोखाधड़ी कॉल्स के बीच अंतर समझने में मदद करेगा।
पिछले कुछ वर्षों में बैंक और बीमा कंपनियों के नाम पर होने वाली धोखाधड़ी की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं। ठग अक्सर खुद को बैंक कर्मचारी बताकर ग्राहकों से OTP, बैंक खाता विवरण या अन्य संवेदनशील जानकारी मांगते हैं। इस नई व्यवस्था से ग्राहकों को यह पहचानने में आसानी होगी कि कॉल वैध है या नहीं। TRAI ने टेलीकॉम कंपनियों को निर्देश दिया है कि वे 1600 सीरीज के नंबरों को स्पैम या अवांछित कॉल्स की श्रेणी में न डालें, ताकि ग्राहकों तक जरूरी सूचनाएं बिना रुकावट पहुंच सकें।
SBI कार्ड ने शुरू किया उपयोग
कुछ वित्तीय संस्थानों ने इस नई व्यवस्था को अपनाना शुरू कर दिया है। SBI कार्ड ने 1600 नंबर सीरीज का उपयोग शुरू किया है, जिससे ग्राहकों को सुरक्षित और विश्वसनीय कॉल्स की पहचान करने में मदद मिल रही है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने भी अपने ग्राहकों को सलाह दी है कि वे +91-1600 से शुरू होने वाले नंबरों को ही वैध मानें और अन्य नंबरों से सतर्क रहें।
इसके साथ ही, दूरसंचार विभाग ने साइबर धोखाधड़ी से बचाव के लिए ‘संचार साथी’ ऐप लॉन्च किया है, जो उपयोगकर्ताओं को फर्जी कॉल्स और साइबर क्राइम की शिकायत दर्ज करने में मदद करता है। यह ऐप ग्राहकों की गोपनीयता और सुरक्षा को प्राथमिकता देता है।
कैसे रहें सतर्क ?
- 1600 से शुरू होने वाले नंबरों से आने वाली कॉल्स को ही लेन-देन संबंधी कॉल्स के लिए वैध मानें।
- 140 से शुरू होने वाले नंबरों को मार्केटिंग कॉल्स के लिए पहचानें।
- अनजान नंबरों से आने वाली कॉल्स पर OTP, बैंक खाता विवरण या अन्य संवेदनशील जानकारी साझा न करें।
- धोखाधड़ी की स्थिति में साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 या वेबसाइट www.cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें।
नागरिकों के लिए राहत
यह नई व्यवस्था न केवल धोखाधड़ी को कम करने में मदद करेगी, बल्कि ग्राहकों का वित्तीय संस्थानों पर भरोसा भी बढ़ाएगी। विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम डिजिटल भारत में वित्तीय सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
1600 और 140 नंबर सीरीज की शुरुआत से बैंकिंग और वित्तीय संचार में पारदर्शिता और सुरक्षा बढ़ेगी। TRAI, RBI और अन्य नियामक संस्थाओं की यह संयुक्त पहल डिजिटल धोखाधड़ी को रोकने और ग्राहकों को सुरक्षित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। ग्राहकों से अपील है कि वे जागरूक रहें और केवल निर्धारित नंबरों से आने वाली कॉल्स पर भरोसा करें।