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– नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर बनेगा मल्टी-मॉडल कार्गो हब

– टाटा ग्रुप की जॉइंट वेंचर कंपनी AISATS और  YIAPL ने किए कंसेशन एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर

नोएडा, 1 जून।

देश की प्रमुख हवाई अड्डा सेवा कंपनी एयर इंडिया एसएटीएस एयरपोर्ट सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड (एआईएसएटीएस) और नोएडा एयरपोर्ट कंसेशनेयर ज्यूरिख एजी द्वारा गठित एक स्पेशल परपज व्हीकल यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (वाईआईएपीएल) ने मंगलवार को एक कंसेशन एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए हैं। यह समझौता नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर अत्याधुनिक मल्टी-मॉडल कार्गो हब (एमएमसीएच) बनाने के लिए किया गया है। एआईएसएटीएस के सीईओ संजय गुप्ता और वाईआईएपीएल के सीईओ क्रिस्टोफ श्नेलमैन ने नोएडा में 30 मई, 2023 को आयोजित एक समारोह में इस समझौते पर हस्ताक्षर किए।

87 एकड़ में बनेगा

मिली जानकारी के अनुसार 87 एकड़ में फैला मल्टी-मॉडल कार्गो हब भारत में एक ऐसे अग्रणी केंद्र के रूप में काम करेगा, जिसमें एक इंटीग्रेटेड कार्गो टर्मिनल (आईसीटी) और एक इंटीग्रेटेड वेयरहाउसिंग एंड लॉजिस्टिक्स जोन (आईडब्ल्यूएलजे) शामिल होगा। अपनी तरह के इस पहले कार्गो हब का बेहतरीन लोकेशन सहायक और मूल्य वर्धित सेवाओं के साथ परिवहन के कई तरीकों को निर्बाध रूप से आपस में जोड़ेगा। इस तरह देशभर में और विदेशों में कार्गो थ्रूपुट के लिए अत्यधिक सुगम मार्ग स्थापित हो सकेगा। एआईएसएटीएस को एमएमसीएच के डिजाइन, निर्माण, फाइनेंसिंग और संचालन की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जो आगे लॉजिस्टिक्स और कार्गो उद्योग धंधे में परिवर्तन लाने की दिशा में इसके महत्व को साबित करता है। इस सुविधा के माध्यम से, एआईएसएटीएस का उद्देश्य भारत के लॉजिस्टिक्स क्षेत्र को विश्व स्तरीय कार्गो प्रोसेसिंग और ट्रांसपोर्टेशन ग्रिड की सुविधाएं प्रदान करना है। इसके साथ ही लॉजिस्टिक संबंधी लागत को महत्वपूर्ण रूप से कम करने में मदद मिलेगी, आसान और सरल प्रक्रियाओं के लिए विभिन्न चरणों को सुव्यवस्थित किया जाएगा और देश की सप्लाई चेन में गति और पारदर्शिता लाने का प्रयास किया जाएगा।

कार्गो हब बन जाने से उत्तर भारत को मिलेगा लाभ

एआईएसएटीएस के चेयरमैन निपुण अग्रवाल ने कहा, “एयर इंडिया को उत्तर प्रदेश में जबरदस्त विकास की संभावनाएं नजर आ रही हैं और इस विकास को मजबूती प्रदान करने के लिए राज्य के भीतर निर्बाध कार्गो कनेक्टिविटी प्रदान करने की इच्छुक है। नोएडा में अत्याधुनिक मल्टी-मॉडलकार्गो हब के निर्माण से समूचे उत्तर भारत क्षेत्र के लिए बेहतर कार्गो सुविधाएं उपलब्ध हो सकेंगी। साथ ही अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे, मूल्य वर्धित सेवाओं और बेहतर लागत दक्षता के साथ भारतीय लॉजिस्टिक्स और एयर कार्गो क्षेत्रों को आगे बढ़ाने में सहायता करेगा। हमें इसमें कोई संदेह नहीं है कि इसका असर पड़ेगा और भारत के व्यापार को बढ़ाने, रोजगार के अवसर प्रदान करने और देश भर में माल की आवाजाही को आसान बनाने में मदद मिलेगी।”

नोएडा बनेगा कार्गो का प्रवेश द्वार

एयर इंडिया एसएटीएस एयरपोर्ट सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ संजय गुप्ता ने कहा, “हम वाईआईएपीएल के साथ अपनी साझेदारी और विश्व स्तरीय कार्गो हब के रूप में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की जबरदस्त क्षमता को लेकर उत्साहित हैं। एक लीडिंग कार्गो सॉल्यूशंस प्रोवाइडर के रूप में एयर इंडिया एसएटीएस एयरपोर्ट सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड एक शानदार मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक्स इन्फ्रास्ट्रक्चर कायम करने के लिए प्रतिबद्ध है जो उत्तर प्रदेश के तेजी से बढ़ते औद्योगिक समूहों को बाकी दुनिया से जोड़ेगी। हमारा लक्ष्य राज्य की सप्लाई चेन दक्षता को बढ़ाना है और नोएडा को उत्तर भारत और उससे आगे के लिए रणनीतिक कार्गो का प्रवेश द्वार बनाना है। वाईआईएपीएल के साथ हमारे सहयोग के माध्यम से हमारा उद्देश्य सभी हितधारकों के लिए एक सहज और सर्वश्रेष्ठ का अनुभव प्रदान करना और वैश्विक कार्गा उद्योग में नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को एक की प्लेयर के रूप में स्थापित करना है।”

 

एसएटीएस गेटवे सर्विसेज के सीईओ बॉब ची ने कहा, “भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है, जहां एयर कार्गा लॉजिस्टिक्स के क्षेत्र में विकास के बड़ी संभावनाएं नजर आ रही हैं। टाटा समूह की एयर इंडिया के साथ एयर इंडिया एसएटीएस एयरपोर्ट सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के संयुक्त उद्यम के माध्यम से नोएडा में एक इंटीग्रेटेड लॉजिस्टिक गेटवे स्थापित करने से निश्चित तौर पर इस क्षेत्र का तेजी से विकास होगा। साथ ही, इसे एक रणनीतिक एयर कार्गो और निर्यात हब के रूप में विकसित करने में मदद मिलेगी। इस तरह के विकास से एसएटीएस की विकास रणनीति के हिस्से के रूप में हमारे ग्लोबल एयर कार्गो हब हैंडलिंग क्षमताओं के विस्तार में भी तेजी आती है।”

टाटा की जॉइंट वेंचर कंपनी को मिली जिम्मेदारी

एयर इंडिया एसएटीएस एयरपोर्ट सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड दरअसल एयर इंडिया लिमिटेड (टाटा समूह की इकाई) और एसएटीएस लिमिटेड (एशिया में फूड और गेटवे सेवाओं का एक अग्रणी प्रदाता) के बीच 50-50 का संयुक्त उद्यम है। भारत में इसके एयरलाइन ग्राहकों के लिए यह परेशानी मुक्त और व्यापक ग्राउंड और कार्गो हैंडलिंग सेवाओं का अग्रणी प्रोवाइडर रहा है। अत्याधुनिकमल्टी-मॉडल का हब के साथ एयर इंडिया एसएटीएस एयरपोर्ट सर्विसेज का उद्देश्य व्यापार और लॉजिस्टिक क्षेत्र के भीतर एयरलाइनों और खिलाड़ियों को अलग-अलग घरेलू और अंतरराष्ट्रीय कार्गो टर्मिनल जोन और एक्सप्रेस कूरियर शिपमेंट को संभालने के लिए डेडिकेटेड कूरियर टर्मिनल जैसी सुविधाएँ प्रदान करना है। यह जल्द खराब होने वाले आइटम और फार्मास्युटिकल्स जैसे तापमान -संवेदनशील कार्गो को संभालने के लिए एक कूलपोर्ट भी प्रदान करेगा। इसके अतिरिक्त एमएमसीएच में इंटीग्रेटर्स और ग्लोबल फॉरवर्डर्स के लिए एक बीयूपी फेसिलिटी, फ्रेट फारवर्डर्स और एजेंटों के लिए एक कंसोसिलडेशन सेंटर, एक कस्टम नियंत्रित गोदाम, ई-कॉमर्स खिलाड़ियों के लिए एक लॉजिस्टिक्स पार्क और उपीएल वेयरहाउस, और विश्व स्तरीय पार्किंग सुविधा के साथ ट्रकिंग सेंटर भी होगा।

कार्गो 2024 में काम शुरू कर देगा

सभी हितधारक एमएमसीएच में एआईएसएटीएस के टैक्नोलॉजी आधारित समाधानों से भी लाभान्वित होंगे, जैसे कि एंड-टू-एंड कार्गो ट्रैकिंग के लिए क्लाउड-आधारित कार्गा े मैनेजमेंट सिस्टम (सीएमएस), रिपोर्टिंग और नेटवर्क कनेक्टिविटी और अधिक कुशल कम्युनिकेशन के लिए सिंगल विंडो कार्गो कम्युनिटी सिस्टम। साथ ही, यहां ऑटोमेटेड डाइमेंशन स्कैनर्स, कन्वेयर, रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफायर (आरआईएफडी) ट्रैकर्स, ऑटोनोमस व्हीकल्स, वीडियो एनालिटिक्स-आधारित मॉनिटरिंग जैसी तकनीकों के साथ एक स्मार्ट वेयरहाउस भी होगा।

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर अत्याधुनिक मल्टी-मॉडल कार्गो हब 2024 में कामकाज शुरू कर देगा।

 

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