ग्रेटर नोएडा में किसान आंदोलन से जुड़ी मांग सर्किल रेट रिवीजन पर शुक्रवार को जिला प्रशासन करेगा बैठक
1 min readग्रेटर नोएडा, 8 अगस्त।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर मंगलवार को 83 वें दिन हजारों की संख्या में किसानों ने धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान रेट रिवीजन के संबंध में एडीएम फाइनेंस से मुलाकात हुई।शुक्रवार को पहली बैठक में बातचीत होगी। मंगलवार को धरने प्रदर्शन की अध्यक्षता किसान सभा के वरिष्ठ नेता कंवरपाल ने की संचालन निरंकार प्रधान ने किया।
धरने को डॉ रुपेश वर्मा ने संबोधित करते हुए कहा कि हमारे चारों प्रमुख मांगों जिसमें 10% आबादी प्लाट, खेतीहर मजदूरों के 40 वर्ग मीटर के प्लाट, रोजगार और नए कानून को लागू करना शामिल है पर 12 तारीख तक का प्राधिकरण ने समय मांगा है 12 तारीख तक हमने प्राधिकरण को समय दिया है प्राधिकरण ने यदि फैसला नहीं किया तो किसान सभा हजारों की संख्या में बड़ा प्रदर्शन करेगी। डॉ रुपेश वर्मा ने कहा कि रेट रिवीजन के मसले पर एडीएम फाइनेंस अतुल जी से मुलाकात हुई जिसमें उन्होंने शुक्रवार को रेट रिवीजन कमेटी की बैठक बुलाई है जिसमें रेट रिवीजन के संबंध में आंदोलन की तरफ से बात रखी जाएगी ।
किसान नेता सुनील फौजी ने किसानों के धरने को संबोधित करते हुए कहा कि नए कानून को लागू करने के संबंध में एवं रेट रिवीजन के संबंध में कार्रवाई लंबित है। वीर सिंह नागर संयोजक किसान सभा ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि हमारा आंदोलन मसलों के हल होने तक चलता रहेगा आंदोलन ऐतिहासिक है औरतें खेतीहर मजदूर और नौजवानों की बड़ी संख्या धरने में रोज आ रही है धरना मसलों को हल करके ही दम लेगा।
किसान सभा के नेता निशांत रावल ने बताया कि रोज किसान सभा गांव में बैठक कर आंदोलन को मजबूत करने का काम कर रही है आज इटेड़ा गांव में इसी सिलसिले में जबरदस्त बैठक की गई जिसमें किसानों ने बड़ी संख्या में धरने में आने का आश्वासन दिया है जगबीर नंबरदार ने इटेडा गांव में किसानों की सभा को संबोधित करते हुए कहा कि हम आंदोलन को निरंतर ऊंचाई पर लेकर जा रहे हैं सफलता हमारे करीब है मुस्तैदी और ताकत के साथ आगे बढ़ते रहना है दुनिया की कोई ताकत मसलों को हल होने से रोक नहीं सकती। आज धरने को सुशांत भाटी महेश प्रजापति शेखर प्रजापति संदीप भाटी अजीत सिंह एसपी सिंह सुशील खुशी महाराज सिंह प्रधान सूबेदार ब्रह्मपाल, सत्येंद्र खारी, मोहित नागर, अमित भाटी, सचिन चौगानपुर,चतर सिंह, बाबा संतराम, पूनम, गीता तिलक देवी प्रेमवती इंद्रजीत भाटी महेश प्रजापति एवं हजारों की संख्या में किसान शामिल रहे।
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