ज्वेलरी की हॉलमार्किंग से जुड़ी समस्याओं को लेकर नोएडा के ज्वेलर्स ने पीयूष गोयल को भेजी चिट्ठी
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नोएडा, 30 अगस्त।
नोएडा ज्वेलर्स एसोसिएशन ने केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल को पत्र भेजकर हॉल मार्किंग से जुड़ी ज्वेलर्स की समस्याओं के समाधान की मांग की है।
नोएडा ज्वेलर्स एसोसिएशन के महासचिव एस के जैन ने कहा है कि अभी तक सरकार मे आपके द्वारा जो मांगे स्वीकृत की है उससे सरकार की हमारी समस्याओं हेतु गंभीरता व निराकरण में तत्परता हेतु हम आपका धन्यवाद ज्ञापित करते है।
असोसिएशन ने केंद्रीय मंत्री को जानकारी दी कि कुछ लोगों का समूह अपने को नेशनल टास्कफ़ोर्स बता कर सरकार को गुमराह करने का प्रयत्न कर रहा है। उनकी मांग है कि एक्ट कि धारा 17 से मैंनुफैक्चर शब्द हटा दिया जाए व धारा 15 से बिक्री हेतु प्रदर्शन तथा वितरण शब्द हटा दिया जाए। जो कि एक षड्यंत्र प्रतीत होता है। यदि सरकार ने यह मांग मान ली तो एक्ट का समूल नाश हो जाएगा।
ऐसा लिखने कि वजह यह है कि “manufacture” शब्द हट जाने से यह समूह माल को हॉलमार्क करा कर रखने से बच जाएगा। “Display to sale” हट जाने से यह समूह अपने द्वारा रखे गए| बगैर हॉलमार्क किये गहनों को आराम से प्रदर्शित कर पायेगा। “distribute” शब्द हट जाने से, रिटेलर के द्वारा पसंद करने के बाद जेवर को बगैर हॉलमार्क करवाए जॉबवर्क के बिल के द्वारा बेच देंगे। हॉलमार्क रजिस्ट्रेशन न होने कि वजह से उनकी जांच नहीं होगी। कम शुद्धता का माल परिचालन में रहेगा।
सरकार को इस बात से भी अवगत कराना आवश्यक है कि देश में केवल 966 हॉलमार्क सेंटर हैं जिनमे से 88 के लाइसेंस निरस्त है। कुल कार्यरत 878 सेंटर पूरी क्षमता प्रतिदिन 500 पीस भी हॉलमार्क करें तो 439000 पीस प्रतिदिन हॉलमार्क हो पाएंगे। जिससे 96367 ज्वेलर्स को प्रति ज्वेलर्स बिक्री हेतु 5 पीस भी हॉलमार्क हो कर नहीं प्राप्त होंगे।
उन्होंने कहा है कि सरकार तक हमारी मांग को प्रस्तुत करें कि सेक्शन 15 और 17नोएडा में मांगे गए बदलाव को किसी भी हाल में स्वीकृति न प्रदान करें। सरकार को यह भी अवगत कराना आवश्यक है कि कम हॉलमार्क सेण्टर कि वजह से व्यापार करना भी मुश्किल हो जाएगा।
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