गौतमबुद्ध नगर से फरीदाबाद के बीच यमुना नदी पर पुल निर्माण साढ़े नौ साल बाद भी अधूरा, क्यों हो रही देरी ?
1 min readगौतमबुद्धनगर/फरीदाबाद, 12 जनवरी।
दिल्ली एनसीआर में 2014 के बाद बड़ा भारी बदलाव सड़कों के मामले में देखने को मिला है सबसे पहले दिल्ली से मेरठ एक्सप्रेस वे का निर्माण 2014 के बाद ही शुरू हुआ और इसे पूरा हुए लगभग डेढ़ साल हो गया है। इसी तरह ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर यातायात जारी है। इसका निर्माण में भी बहुत तेजी से काम हुआ, मगर फरीदाबाद और गौतम बुद्ध नगर के बीच मंझावली गांव के पास एक यमुना पुल लगभग साढ़े नौ वर्ष से बन रहा है और इसका निर्माण कार्य अभी तक अधूरा है जबकि इस पुल का शिलान्यास केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और फरीदाबाद के सांसद कृष्णपाल गुर्जर ने 15 अगस्त 2014 को किया था।इससे अंदाजा लगाया जा सकता है की पुल बनाने की रफ्तार कितनी धीमी है।
पुल निर्माण के दौरान दोनों राज्यों के बीच समन्वय की भारी कमी है। फरीदाबाद से नाचोली और जसाना होते हुए चिरसी के पास से सीधे मंझावली पुल को कनेक्ट किया जा रहा है वहीं पुल पार करने के बाद उत्तर प्रदेश की तरफ पुल के साथ में 900 मीटर जमीन हरियाणा सरकार की है। उसके बाद पुल को सड़क मार्ग से जोड़ने का कार्य गौतम बुद्ध नगर प्रशासन को करना है यहां जमीन अधिग्रहण का कार्य जिला प्रशासन को करना है। सड़क बनाने का कार्य यमुना विकास प्राधिकरण को करना है क्योंकि यह पुल अट्टा गुजरान के पास गौतम बुध नगर में कनेक्ट करेगा। पहले पुल से यातायात को शुरू करने की डेडलाइन 31 दिसंबर 2023 थी। अब इसे बढ़ाकर 31 मार्च 2024 कर दिया गया है।
आसपास में रहने वाले लोगों का मानना है कि जिस तरीके से और जिस रफ्तार से फूल निर्माण सड़क निर्माण के कार्य हो रहा है वह कार्य 31 मार्च 2024 तक पूरा होना संभव नहीं है पुल निर्माण या उद्घाटन का कार्य चुनाव के बाद संपन्न होगा क्योंकि मार्च के बाद आचार संहिता लगने के बाद पुल का उद्घाटन नहीं हो पाएगा तो लोगों को उत्तर प्रदेश और हरियाणा से जोड़ने के लिए 9:30 साल से चल रहा है इंतजार अब और कितने दिन का होगा यह देखना होगा।
यमुना पुल का क्या है प्रोजेक्ट
फरीदाबाद से ग्रेटर नोएडा की कनेक्टिविटी के लिए 24 किलोमीटर लंबी सड़क पर काम चल रहा है। इस परियोजना के तहत गांव मंझावली में यमुना नदी पर 630 मीटर लंबा चार लेन पुल का निर्माण पूरा कर लिया गया है। पुल के निर्माण में 122 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। वहीं, पुल से फरीदाबाद शहर को जोड़ने के लिए 20 किलोमीटर लंबी व यूपी की सीमा में लगभग 4 किलोमीटर लंबी सड़क बनाई जानी है। पुल से फरीदाबाद शहर की तरफ आने वाले सड़क को चौड़ा किया जा रहा है। गांव मंझावली व चिरसी में बाईपास सड़क का भी निर्माण तेजी से चल रहा है। दूसरी तरफ गौतमबुद्धनगर क्षेत्र में गांव अट्टा गुजरान के पास नोएडा-ग्रेटर नोएडा से गुजर रहे यमुना एक्सप्रेस-वे से जोड़ने को काम किया जाना है।
साढ़े नौ साल पहले हुआ था शिलान्यास
केंद्रीय सड़क व परिवहन मंत्री नितिन गड़करी व राज्यमंत्री के रूप में फरीदाबाद के सांसद कृष्ण पाल गुर्जर ने 15 अगस्त 2014 में चार लेन पुल की आधारशिला रखी थी। डिजाइन व प्रस्ताव आदि मंजूर होने के बाद फरवरी 2018 में पुल का निर्माण कार्य शुरू हुआ था। पुल का काम पूरा करने के लिए दिसंबर 2019 की डेडलाइन तय की गई थी, 7 बार डेडलाइन मिस हो चुकी हैं। अब इसे मार्च 2024 में लोगों की आवाजाही शुरु करने की बात कही गई है।
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