जल विभाग विकास कार्यो की रफ्तार बढ़ाए, 10 जून तक जलभराव के स्थलों को चिह्नित करें अधिकारी-रितु माहेश्वरी, सीईओ नोएडा
1 min readनोएडा, 7 जून।
नोएडा प्राधिकरण की मुख्य कार्यपालक अधिकारी रितु माहेश्वरी द्वारा अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी (एम). उप महाप्रबन्धक (जल) एवं सम्बन्धित जल खण्डों के वरिष्ठ प्रबन्धकों के साथ कृत कार्यों की समीक्षा बैठक की गयी। बैठक में विचारोपरान्त वांछित कार्यवाही प्राथमिकता पर पुनः टाईम लाईन के साथ करने हेतु निर्देशित किया गया। विवरण निम्नवत है :
1. नौएडा में स्थापित रैनीवेलों में पानी की उपलब्धता में सुधार हेतु प्रगतिरत अनुबन्ध के क्रम में मैसर्स वाप्कॉस की प्रगति लक्ष्य के अनुरूप न होने की दशा में मुख्य कार्यपालक अधिकारी महोदया द्वारा प्रगति में तेजी लाने हेतु निर्देशित किया गया। तत्कम में उनके द्वारा दो नग रैनीवेलों हेतु DPR एवं Estimate 30 जून-2022 तक चार नग रैनीवेलों की DPR एवं Estimate 31 जुलाई-2022 तक एवं तीन नग रैनीवेलों की DPR एवं Estimate 15 सितम्बर- 2022 तक खण्डों को उपलब्ध कराने हेतु मैसर्स वाप्कॉस को निर्देशित किया गया। इसके उपरान्त जल के सभी खण्डों को वर्णित कार्यों की निविदा अग्रिम 15 दिनों में प्रकाशन कराने हेतु निर्देशित किया गया।
2. जल खण्ड- प्रथम शेष 03 नग नलकूपों के क्रियाशील सम्बन्धी निविदा के निस्तारण न होने पर अप्रसन्नता • व्यक्त की गयी तथा इस कार्य को शीघ्र कराने हेतु निर्देशित किया गया। इसके अतिरिक्त जल खण्ड- तृतीय द्वारा एक नग नलकूप की अक्रियाशीलता के क्रम में उसकी क्रियाशील न होने की अद्यतन स्थिति को पत्रावली में प्रस्तुत करने हेतु उप महाप्रबन्धक (जल) को निर्देशित किया गया।
3. पूर्व में चिन्हित जल भराव वाले स्थलों पर कृत कार्यवाही के सापेक्ष शेष लम्बित बिन्दुओं पर त्वरित एवं प्रभावी कार्यवाही हेतु सम्बन्धित सिविल विभाग को निर्देश दिये गये। जल खण्ड-1 /2/3 को अपने-अपने क्षेत्र में जल भराव के नये स्थलों को चिन्हित कर दिनाँक 10 जून-2022 तक प्रस्तुत करने हेतु निर्देशित किया गया।4. वर्तमान में उत्तर प्रदेश, सिंचाई विभाग द्वारा सैक्टर-50 में निर्मित किये गये वैटलेण्ड के आस-पास हो रहे अतिक्रमण को हटाने हेतु आवश्यक कार्यवाही कराते हुये इस स्थल पर साफ-सफाई व्यवस्था प्रभावी करने हेतु निर्देशित किया गया तथा वैटलेण्ड के निर्माण उपरान्त पानी की गुणवत्ता में हुये सुधार का तुलनात्मक अध्ययन करते हुये आख्या अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी (एम) के समक्ष प्रस्तुत करने हेतु निर्देशित किया गया। प्रगतिरत दो नग वैटलेण्ड का कार्य कार्यदायी संस्था को गुणवत्तापूर्वक ढंग से तेज गति से कराने हेतु निर्देशित किया गया।
5. अनुरक्षण कार्यों की संख्या को सीमित करने हेतु खण्डों द्वारा की गयी कार्यवाही पर अप्रसन्नता व्यक्त की गयी, महोदया द्वारा अनुरक्षण कार्यों की संख्या सीमित करते हुये नये शेड्यूल के अनुरूप 125 नग रखने हेतु निर्देशित किया गया तथा प्रगतिरत अनुरक्षण कार्यों को आवश्यकता के क्रम में अतिशीघ्र समाप्त करते हुये संख्या को सीमित करने हेतु निर्देशित किया गया।
6. जल- राजस्व की देयता सम्बन्धित उपभोक्ता को Online के माध्यम से जमा कराने हेतु प्रोत्साहित कराने के निर्देश दिये गये। सभी खण्डों में प्रत्येक सम्बन्धित पत्रावली का निस्तारण पूर्ण पारदर्शिता के साथ करने हेतु निर्देशित किया गया।
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