जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग : आमरण अनशन के 18 दिन में अनिल चौधरी का वजन 14 किलो घटा, 20 नवम्बर को देश भर में धरना
1 min readनोएडा, 15 नवम्बर।
जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग को लेकर जारी अनिल चौधरी के आमरण अनशन के समर्थन में सोमवार 20 नवंबर को देशभर के जिला मुख्यालयों पर एक दिवसीय अनशन और धरना आयोजित होगा। यह निर्णय कोर कमैटी की बैठक में हुआ। किसी भी आपात स्थिति में अनिल चौधरी के बाद संगठन की राष्ट्रीय संयोजक ममता सहगल को अंतिम निर्णय के अधिकार लेने पर मुहर लगाई गई। अनशन के 18 वें दिन जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग के समर्थन में गाजियाबाद लाजपत नगर, राजेन्द्र नगर क्षेत्र में पैदल रैली भी निकाली गई।
जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग को लेकर जारी अनिल चौधरी के आमरण अनशन के समर्थन में जनसंख्या समाधान फाउन्डेशन द्वारा सोमवार 20 नवंबर को देशभर के जिला मुख्यालयों पर एक दिवसीय अनशन और धरना तय किया गया है। अनशन के 18 वें दिन जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग के समर्थन में गाजियाबाद के लाजपत नगर, राजेन्द्र नगर क्षेत्र में पैदल रैली का आयोजन किया गया जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया।
लाजपत नगर के सामुदायिक भवन में जारी जनसंख्या समाधान फाउन्डेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल चौधरी के आमरण अनशन के 18 वें दिन देशभर के अनेक राज्यों के लोगों ने धरना स्थल पहुँचकर अनशन को समर्थन दिया।
अपने अनशन के 18 वें दिन 14 किलो वजन घटने और कमजोरी के बावजूद संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल चौधरी ने दृढता से कहा कि जिस देश का विभाजन ही 76 वर्ष पूर्व धार्मिक आधार पर हुआ हो, उसमें जनसंख्या का वर्गीय असंतुलन भविष्य में एक और विभाजन को जन्म दे सकता है। इसलिए जनसंख्या नियंत्रण कानून बनना देश, काल, वातावरण और परिस्थतियों की मांग समझते हुए अविलंब जनसंख्या नियंत्रण कानून बनना राष्ट्र की प्रथम आवश्यकता है। इसके लिए हमारी जान की कीमत भी कुछ नही है।
इस बीच संगठन की कोर कमैटी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष की सहमति से तय किया कि किसी भी आपात स्थिति में अनिल चौधरी के बाद राष्ट्रीय संयोजक ममता सहगल संगठन और धरने का नेतृत्व करेंगी और निर्णयों को अंतिम रूप देंगी, जिनका सहयोग राष्ट्रीय महासचिव धर्मेन्द्र धामा, राष्ट्रीय सचिव और महिला विंग की अध्यक्ष वंदना त्यागी, राष्ट्रीय व्यवस्था प्रमुख नरेन्द्र त्यागी, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष सुधीर शर्मा, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रविन्द्र गुर्जर, शैलेष तोमर, महेश आहूजा, योगेन्द्र अरोड़ा आदि दायित्ववान करेंगे। अनिल चौधरी के जाने के बाद विनय हिन्दू के अनशन पर बैठने का निर्णय भी सर्वसम्मति से हुआ।
अनिल चौधरी ने बताया कि 1881 से 2011 तक की जनगणना, विभिन्न सर्वे तथा हजारों गावों के अपने प्रवास के अनुभवों के आधार पर जनसांख्यिकीय असंतुलन संबंधित पुस्तिका संगठन द्वारा तैयार की गई है जिसे पढकर विषय की गंभीरता को समझा जा सकता है।
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