यमुना प्राधिकरण ने इंटरनेशनल फ़िल्म सिटी के प्रथम चरण के नक्शे को दी मंजूरी

ग्रेटर नोएडा, 9 जून।
जेवर में प्रस्तावित नोएडा इंटरनेशनल फिल्म सिटी को लेकर फिल्म निर्माता बोनी कपूर और यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) के सीईओ डॉ. अरुण वीर सिंह के बीच महत्वपूर्ण चर्चा हुई। इस चर्चा का मुख्य बिंदु फिल्म सिटी के पहले चरण के नक्शे को मंजूरी मिलना और निर्माण कार्य शुरू करने की योजना थी।
डॉ. अरुण वीर सिंह ने बताया कि पहले चरण की योजना को मंजूरी दे दी गई है, जिसमें तीन उप-चरण (1ए, 1बी, और 1सी) शामिल हैं। इन सभी को स्वीकृति मिल चुकी है, जिसके बाद बोनी कपूर की कंपनी बेव्यू प्रोजेक्ट्स एलएलपी और भूटानी ग्रुप को निर्माण कार्य शुरू करने की अनुमति दी गई है। बोनी कपूर ने आश्वासन दिया कि पहले चरण का निर्माण 18 महीनों में पूरा हो जाएगा।
यह फिल्म सिटी यमुना एक्सप्रेसवे के सेक्टर-21 में 1000 एकड़ में विकसित की जाएगी, जिसमें पहले चरण में 230 एकड़ पर काम होगा। इसमें 155 एकड़ औद्योगिक गतिविधियों (फिल्म स्टूडियो, साउंड स्टेज, VFX सुविधाएं, और फिल्म इंस्टीट्यूट) और 75 एकड़ व्यावसायिक गतिविधियों के लिए निर्धारित हैं। पहले चरण में 13-14 अत्याधुनिक साउंड स्टेज, 21 एकड़ में फिल्म इंस्टीट्यूट, और शूटिंग सुविधाएं विकसित होंगी। बोनी कपूर ने स्पष्ट किया कि पहले चरण में व्यावसायिक विकास पर ध्यान नहीं होगा, बल्कि फिल्म निर्माण से जुड़ी सुविधाओं पर फोकस रहेगा।

हालांकि, पहले के समाचारों के अनुसार, मई 2025 में यमुना अथॉरिटी ने बोनी कपूर द्वारा प्रस्तुत लेआउट प्लान को फेजिंग, ग्रीन एरिया, और लैंड यूज संबंधी कमियों के कारण खारिज कर दिया था। अथॉरिटी ने तीन दिनों में संशोधित प्लान मांगा था, जिसे बाद में ठीक कर 30 जनवरी 2025 को मंजूरी दी गई।

बोनी कपूर ने कहा कि यह फिल्म सिटी आधुनिक सुविधाओं से लैस होगी, जिसमें वर्चुअल स्टूडियो, पानी के टैंक, और 8-10 हजार लोगों की क्षमता वाला कन्वेंशन सेंटर शामिल होगा। फिल्म सिटी को पर्यटन केंद्र के रूप में भी विकसित किया जाएगा, और यह नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निकट होने के कारण वैश्विक फिल्म निर्माताओं के लिए आकर्षक होगी। कुल लागत 1510 करोड़ रुपये से अधिक होने का अनुमान है।

डॉ. अरुण वीर सिंह ने जोर दिया कि यह परियोजना उत्तर प्रदेश को फिल्म निर्माण का प्रमुख केंद्र बनाने और रोजगार सृजन के लिए महत्वपूर्ण है। शिलान्यास जून 2025 के अंत तक होने की संभावना है, जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शामिल हो सकते हैं।
यह परियोजना यूपी सरकार के ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को गति देगी और स्थानीय कलाकारों को अवसर प्रदान करेगी।

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