ग्रेटर नोएडा वेस्ट, 14 जून।
आम्रपाली परियोजना के पीड़ित घर खरीदारों ने शुक्रवार को लगभग 50 डिग्री सेल्सियस की तपती धूप में अपने परिवारों के साथ कोर्ट रिसीवर ऑफिस के बाहर शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी कोर्ट रिसीवर ऑफिस द्वारा फ्लैट कैंसिलेशन, स्टाफ के दुर्व्यवहार और मनमानी के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद कर रहे थे।
प्रदर्शनकारियों ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट में उनकी याचिका दायर है, जिसमें कोर्ट रिसीवर ने मामले को जल्द सुलझाने का आश्वासन दिया था। हालांकि, समय बीतने के बावजूद रिसीवर ऑफिस बार-बार झूठे आश्वासन देता है और अगली बार आने को कहता है। इससे तंग आकर खरीदारों को प्रदर्शन का रास्ता अपनाना पड़ा।
नेफोवा के सदस्य दीपांकर कुमार ने कहा, “सुप्रीम कोर्ट की निगरानी के बावजूद मनमाने ढंग से फ्लैट कैंसिल कर दिए गए। कई खरीदारों ने 80-90% या पूरी राशि जमा की थी, फिर भी उनके फ्लैट कैंसिल कर दिए गए। कुछ मामलों में तो फ्लैट बेच भी दिए गए, जो सरासर अन्याय है।”
नेफोवा के अध्यक्ष अभिषेक कुमार ने चेतावनी दी, “कोर्ट रिसीवर ऑफिस हमारे धैर्य की परीक्षा न ले। अगर मांगें पूरी नहीं हुईं, तो अगली बार उग्र प्रदर्शन होगा और हम जंतर-मंतर पर धरना देंगे।” उन्होंने रिसीवर ऑफिस के स्टाफ से व्यवहार सुधारने और छोटे-छोटे कामों के लिए बार-बार बुलाने की प्रथा बंद करने की मांग भी की।
प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि उनके फ्लैटों को तत्काल रिवाइव किया जाए और अमानवीय व्यवहार बंद हो। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के नाम पर रिसीवर ऑफिस खरीदारों को परेशान कर रहा है।