ग्रेटर नोएडा। (नोएडा खबर डॉट कॉम)
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने क्षेत्र की कनेक्टिविटी और बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाया है। प्राधिकरण 130 मीटर चौड़ी सड़क को यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) की 120 मीटर चौड़ी सड़क से जोड़ने की योजना पर काम शुरू कर चुका है।
इस परियोजना से ग्रेटर नोएडा, ग्रेटर नोएडा वेस्ट, नोएडा, गाजियाबाद और बुलंदशहर के निवासियों को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक पहुंचने में आसानी होगी। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार के निर्देश पर सोमवार को अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी (एसीईओ) सुमित यादव ने परियोजना विभाग की टीम के साथ 130 मीटर रोड का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने सिरसा के पास 130 मीटर रोड को यीडा की 120 मीटर रोड से जोड़ने के लिए लगभग 3 किलोमीटर लंबी सड़क निर्माण की योजना पर काम शुरू करने के निर्देश दिए। साथ ही, ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे को पार करने के लिए अंडरपास निर्माण की संभावनाओं पर भी विचार किया जा रहा है। इसके लिए कंसल्टेंट से डिजाइन तैयार करवाने का निर्देश दिया गया है।
130 मीटर रोड, जो वर्तमान में चार मूर्ति चौक से सिरसा तक बनी है, रोजाना हजारों वाहनों की आवाजाही का गवाह है।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के अप्रैल 2026 में शुरू होने के बाद इस मार्ग पर यातायात का दबाव और बढ़ने की संभावना है। इसे ध्यान में रखते हुए प्राधिकरण ने सड़क चौड़ीकरण और गोलचक्करों को छोटा करने की योजना बनाई है। इस नई सड़क के निर्माण से न केवल एयरपोर्ट तक पहुंच सुगम होगी, बल्कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट और गाजियाबाद के बीच यातायात जाम की समस्या भी कम होगी।
परियोजना के तहत औद्योगिक सेक्टर ईकोटेक 9, 10 और 11 को जोड़ने के लिए घंघोला के पास रोटरी निर्माण की योजना भी शामिल है। एसीईओ सुमित यादव ने इस स्थल का भी मुआयना किया और कंसल्टेंट से रोटरी का डिजाइन तैयार करवाकर कार्य शुरू करने के निर्देश दिए। इस रोटरी से बुलंदशहर और औद्योगिक क्षेत्रों के बीच आवागमन आसान होगा, जिससे क्षेत्र में औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
एसीईओ सुमित यादव ने बताया कि यह परियोजना ग्रेटर नोएडा और यीडा क्षेत्र को एक मजबूत बुनियादी ढांचे के साथ जोड़ने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा, “नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के शुरू होने से पहले इस सड़क का निर्माण पूरा करना प्राथमिकता है, ताकि क्षेत्र के निवासियों और उद्यमियों को बेहतर कनेक्टिविटी मिल सके।” इस परियोजना से नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद और बुलंदशहर के बीच क्षेत्रीय कनेक्टिविटी में सुधार होगा, जिससे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट और यमुना एक्सप्रेसवे के आसपास के औद्योगिक और आवासीय विकास को बढ़ावा मिलेगा।