-नोएडा प्राधिकरण के सीईओ डॉ लोकेश एम ने की परियोजनाओं की समीक्षा
– भंगेल और चिल्ला एलिवेटेड रोड में निम्न स्तर की स्टील पर नाराज हुए सीईओ
नोएडा। (नोएडा खबर डॉट कॉम)
नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ लोकेश एम ने विभिन्न प्रगतिरत और आगामी परियोजनाओं की समीक्षा बैठक की। बैठक में अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी संजय कुमार खत्री, विशेष कार्याधिकारी महेंद्र प्रसाद, महाप्रबंधक (सिविल) एके अरोड़ा, एसपी सिंह, महाप्रबंधक (विद्युत/यांत्रिकी) आरपी सिंह, उप महाप्रबंधक विजय रावल सहित संबंधित वरिष्ठ प्रबंधक मौजूद रहे।
बैठक में सैक्टर-18 डीएससी मार्ग पर जीआईपी और सैक्टर-98 में स्काईमार्क के पास बन रहे विशेष वेंडिंग/फूड जोन के कियोस्क आवंटन की आरएफपी को वित्त व विधि विभाग से स्वीकृति के बाद शीघ्र आमंत्रित करने का निर्देश दिया गया। अनुभवी एजेंसी को प्राथमिकता देने की बात कही गई। सैक्टर-18 के तिकोना पार्क की चारदीवारी पर एलईडी लगाकर सौंदर्यीकरण का आदेश दिया गया।
नोएडा स्टेडियम, सैक्टर-21ए में कॉफी हाउस के लिए कैपेक्स मॉडल पर आरएफपी तैयार हो चुकी है, जिसे तत्काल प्रस्तुत करने को कहा गया। सैक्टर-123 के स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स और सैक्टर-61 व 52 मेट्रो स्टेशनों के बीच निर्माणाधीन फुटओवर ब्रिज के विद्युत व सिविल कार्य सितंबर तक पूर्ण करने के निर्देश दिए गए।सैक्टर-167 में प्रस्तावित लेक पार्क में हरित क्षेत्र, वाटर बॉडी और बच्चों के खेल क्षेत्र विकसित करने, साथ ही सोरखा गांव में पुष्कर्णी तालाब का कार्य शीघ्र पूरा कर देव-दीपावली आयोजन के लिए तैयार करने का आदेश दिया गया।
सैक्टर-151ए के गोल्फ कोर्स के बचे कार्यों के लिए टेंडर प्रक्रिया जल्द शुरू करने और सैक्टर-96 के प्रशासनिक भवन में लिफ्ट संचालन व खुले स्थानों की सुरक्षा के लिए प्रावधान करने के निर्देश दिए गए।प्रहरी ऐप के माध्यम से आगणन और निविदा प्रक्रिया में तेजी लाने को कहा गया।
चिल्ला और भंगेल एलिवेटेड रोड परियोजनाओं की समीक्षा में उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम द्वारा निम्न गुणवत्ता की स्टील उपयोग पर नाराजगी जताई गई और स्वीकृत स्टील उपयोग करने का आदेश दिया गया। भंगेल रोड के शेष कार्यों के लिए पेनल्टी के साथ समयवृद्धि की अनुमति दी गई।
नोएडा-ग्रेटर नोएडा के बीच हिण्डन नदी पर बन रहे पुल की एप्रोच रोड के लिए सेतु निगम को निर्माण शीघ्र पूरा करने को कहा गया।जलभराव समस्याओं के लिए कार्यवाही रिपोर्ट प्रस्तुत करने और ड्रेनेज सिस्टम सुधार के लिए आईआईटी जैसे संस्थान से सर्वे कराने के निर्देश दिए गए।
बैठक के बाद सीईओ ने जीआईपी, सैक्टर-128 के क्लॉक टावर और एक्सप्रेस-वे के अंडरपास स्थलों का निरीक्षण किया, जहां क्लॉक टावर को 15 अगस्त तक पूरा करने का आदेश दिया गया।