नई दिल्ली, 24 मार्च।
दिल्ली में नॉर्थ और साउथ ब्लॉक में नया राष्ट्रीय संग्रहालय बनाया जाएगा। इसका नाम युगे युगीन भारत राष्ट्रीय संग्रहालय होगा। यह पहल सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना का हिस्सा है। इसमें हजारों साल पुरानी सभ्यता और सांस्कृतिक विरासत को दर्शाने वाले नए राष्ट्रीय संग्रहालय के निर्माण के लिए सममित इमारतों के दो ब्लॉकों को संग्रहालय स्थल के रूप में बदलना शामिल है।
यह जानकारी केंद्रीय संस्कृति व पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने लोकसभा में लिखित उत्तर में दी। उन्होंने बताया कि आगामी संग्रहालय के विकास को लेकर तकनीकी सहयोग के लिए राष्ट्रीय संग्रहालय और फ्रांस म्यूजियम्स डेवलपमेंट के बीच 19 दिसंबर, 2024 को एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
परियोजना की समय-सीमा और बजट आवंटन संबंधी व्यवहार्यता अध्ययन के परिणामों और उसके बाद की औपचारिकताओं पर निर्भर है।
इस परियोजना का उद्देश्य भारत की सांस्कृतिक विरासत को दर्शाना है, जो कालातीत एवं शाश्वत भारत का उत्सव है, ताकि हमारे गौरवशाली अतीत की खोज हो, वर्तमान को प्रकाशित किया जा सके और उज्ज्वल भविष्य की कल्पना की जा सके।