नोएडा, (नोएडा खबर डॉट कॉम)
प्रेरणा शोध संस्थान न्यास के तत्वावधान में सेक्टर-62 स्थित राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान में आयोजित ‘प्रेरणा विमर्श-2025’ के दूसरे दिन ‘नवोत्थान के नए क्षितिज’ पर केंद्रित तीन सत्रों में आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक नवोत्थान पर विचारकों ने सारगर्भित चर्चा की। कार्यक्रम में संघ की ‘केशव संवाद’ पत्रिका के विशेषांक का विमोचन भी हुआ।
आर्थिक नवोत्थान सत्र ‘धर्मस्य मूलं अर्थः’ में वरिष्ठ पत्रकार हर्षवर्धन त्रिपाठी ने स्वदेशी डिजिटल प्लेटफॉर्म की कमी पर चिंता जताई और विदेशी कंपनियों द्वारा अरबों रुपये बाहर ले जाने की बात कही। उन्होंने यूपीआई, बुनियादी ढांचे और आर्थिक वृद्धि की सराहना की। संघ कार्यकारिणी सदस्य रूपेश कुमार ने युवाओं को सबसे बड़ी शक्ति बताते हुए स्टार्टअप्स और आत्मनिर्भर मैन्युफैक्चरिंग पर जोर दिया।सामाजिक नवोत्थान सत्र ‘हिन्दवः सोदरा सर्वे’ में संघ सह सेवा प्रमुख राजकुमार मटाले ने वसुधैव कुटुंबकम की भावना और मन परिवर्तन की आवश्यकता पर बल दिया। वी केयर फिल्म फेस्टिवल के निदेशक सतीश कपूर ने 2014 के बाद समाज में आए सकारात्मक बदलावों का उल्लेख किया।
सांस्कृतिक नवोत्थान सत्र ‘जननी जन्मभूमिश्च’ में अभिनेता मनोज जोशी ने भारतीयता के मूल में आध्यात्म बताया और रामायण जैसी परंपराओं की रक्षा पर जोर दिया। उन्होंने चाणक्य के डायलॉग बोलकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। राजीव तुली और मीनाक्षी जोशी ने सांस्कृतिक चेतना की मजबूती पर विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम में संघ प्रचार प्रमुख कृपाशंकर, प्रेरणा शोध संस्थान अध्यक्ष प्रीति दादू, विमर्श अध्यक्ष अनिल त्यागी सहित कई गणमान्य उपस्थित रहे। सत्रों के अंत में प्रश्नोत्तर हुए और कार्यक्रम का संचालन डॉ. ऋतु दुबे तिवारी, डॉ. मनमोहन सिसोदिया एवं मोनिका चौहान ने किया।

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