ईएमसीटी की ज्ञानशाला में बच्चों को समझाया शिक्षा का महत्व
1 min read– राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान की पूर्व निदेशक डॉक्टर शशि कृष्णा पाण्डेय ने बढ़ाया बच्चो का मनोबल।
ग्रेटर नोएडा, 27 नवम्बर।
ईएमसीटी ( ईथोमार्ट चैरिटेबल ट्रस्ट) की ज्ञानशाला में बच्चो को सर्व शिक्षा अभियान के तहत बच्चो को भविष्य में आगे बढ़ने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान की पूर्व निदेशक डॉक्टर शशि कृष्णा पाण्डेय ने बच्चो का मनोबल बढ़ाया, उन्होंने बच्चो के साथ समय बिताया और बच्चो को पढ़ायी के महत्व को समझाया, बच्चों ने उनके साथ बड़े होकर क्या वह बनाना चाहते है और अपनी इच्छा ज़ाहिर की।
डॉक्टर शशि कृष्णा पाण्डेय ने कहा कि ईएमसीटी की टीम बच्चो की शिक्षा की दिशा में बहुत प्रशंशनीय कार्य कर रही है उसके लिए मेरी बहुत बहुत शुभ कामनाए है।
डॉक्टर शशि कृष्णा पांडेय पूर्व निदेशक राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान श्रीनगर, रायपुर एवं पोंडीचेरी, इन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की से BE, ME एवं PhD ( रासायनिक अभियंत्रिकी) की उपाधि प्राप्त की तथा राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान तिरुचिरापल्ली में प्रोफ़ेसर के पद पर कार्यरत रही वह प्रथम महिला निदेशक के रूप में उनका चयन राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान श्रीनगर में भारत सरकार द्वारा किया गया, तात्पश्यत् उन्होंने निदेशक के पद पर NIT रायपुर एवं NIT पोंडीचेरी में कार्यरत रही। उन्हें अपने कार्यकाल के दौरान कई राष्ट्रीय पुरूस्कारों से सम्मानित भी किया गया जिसमे तनिलनाडु साइंटिस्ट अवार्ड, भारत विकास अवार्ड प्रमुख रहे।
ईएमसीटी की संस्थापक रश्मि पाण्डेय ने बताया की आज ज्ञान शाला में बच्चो को ट्रैफिक नियमों को पालन करने की शपथ दिलायी गई, बच्चो को बताया गया कि स्कूटर मोटर साइकिल चलाते समय हेलमेट लगाना ज़रूरी है तथा कार चलाते समय सीट बेल्ट का प्रयोग करना चाहिए ताकि किसी दुर्घटना में किसी को चोट ना लगे या किसी की गंभीर स्थिति में मृत्यु भी हो जाती है इसलिए सभी को इन नियमों का पालन करना चाहिए।
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