नोएडा: जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहा है 4 बच्चों की जिंदगी बचाने वाला ड्राइवर, सीएम से मांगी आर्थिक मदद
1 min readनोएडा, 10 दिसम्बर।
एपीजे स्कूल ले जा रही है वैन के ड्राइवर ने ब्रेन हेमरेज होने के बावजूद गाड़ी को किनारे पर लगाया और चार बच्चों की जान बचाई ।आज यह ड्राइवर आर्थिक अभाव में इलाज के लिए संकट में है । नोएडा शहर के लोगों ने लगभग ₹50000 इकट्ठे करके कैलाश अस्पताल में जमा कराएं हैं लेकिन हर रोज का खर्चा ₹50000 का है जिसे परिवार देने में सक्षम नहीं है। दडीडी आर डब्ल्यू ए ने उत्तर प्रदेश सरकार से सवाल किया है कि अगर गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर जिले में ट्रामा सेंटर होते तो इस गरीब को ऐसी विषम परिस्थिति का सामना नहीं करना पड़ता उन्होंने जिलाधिकारी से इस गरीब ड्राइवर के इलाज की व्यवस्था की मांग की है।
डीडीआर डब्लयू ए के उपाध्यक्ष संजीव कुमार ने बताया कि 7 दिसंबर 2022 नोएडा सेक्टर 71 के यू टर्न के पास ब्रेन स्ट्रोक के अटैक उपरांत भी अपनी जान पर खेलकर अपनी दिलेरी का सबूत देते हुए, इस गरीब, जांबाज ड्राइवर ने एपीजे स्कूल सेक्टर 16 नोएडा के 4 बच्चों की जान बचाई।
इस गरीब, बहादुर और जांबाज ड्राइवर ने ब्रेन स्टॉक अटैक आने के उपरांत भी अपनी हिम्मत और जज्बे के बल पर चलती कार को सेक्टर 71 u-turn के पास अपनी सूझबूझ से रोका और बच्चों की जान बचाई। बहुत गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाला यह गरीब ड्राइवर पिछले 3 दिनों से कैलाश अस्पताल में वेंटिलेटर पर जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा है। परिवार की माली हालत बहुत अधिक खराब है। सेक्टर 51 आरडब्लूए और सेक्टर के निवासियों द्वारा ₹50,000 की आर्थिक मदद के उपरांत अब इस जांबाज ड्राइवर के परिवार के पास प्राइवेट अस्पताल के बिलों के लिए पैसे नहीं है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री आदित्यनाथ योगी जी द्वारा यह दावा किया जाता है कि प्रदेश के हर गरीब व्यक्ति को उचित इलाज देने की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश सरकार की है।
गाजियाबाद और गौतम बुध नगर में सरकारी अस्पताल में ट्रॉमा सेंटर ना होने के चलते गरीब प्रदेश के गरीब व्यक्तियों को इलाज उपलब्ध नहीं हो पा रहा है और परिवार अपने परिजनों के इलाज के लिए दरबदर भटक रहा है और अपना घर बार बेच कर इलाज कराने का प्रयास कर रहा है।
डीडी आरडब्लूए डिस्ट्रिक्ट फेडरेशन सरकार से सवाल करती है की सरकार अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह क्यों नहीं कर रही है। सरकार को चाहिए कि वह गरीबों के इलाज के लिए जिले में ट्रॉमा सेंटर की व्यवस्था करें ताकि गरीब व्यक्ति निशुल्क इलाज प्राप्त कर सके।
पिछले 3 दिनों से यह जांबाज ड्राइवर वेंटिलेटर पर है और हर दिन तकरीबन ₹50,000 का खर्च इलाज पर आ रहा है।
दिनांक 7 दिसंबर 2022 को ब्रेन स्ट्रोक आने के उपरांत इस बहादुर जांबाज ड्राइवर के परिवार द्वारा ₹1,00,000 /- कैलाश अस्पताल में इलाज के लिए जमा करवाए गए और उसके उपरांत हर दिन ₹50,000 का खर्च इलाज पर आ रहा है , जिसे झेलना अब परिवार के बूते से बाहर है और परिवार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री आदित्यनाथ योगी जी से उत्तर प्रदेश सरकार से और जिला गौतम बुध नगर , जिला अधिकारी और सीएमओ से मदद की गुहार लगा रहा है।
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