एमिटी विश्विद्यालय में एमिटी यूथ फेस्ट 2023 का शुभारंभ
1 min readएमिटी विश्वविद्यालय में एमिटी यूथ फेस्ट 2023 का शुभारंभ
नोएडा, 31 मार्च।
छात्र छात्राओं की प्रतिभा को निखारने के लिए एक मंच प्रदान करने हेतु और उन्हे अन्य संस्थानों से प्रतियोगिता के लिए तैयार करने के लिए एमिटी विश्वविद्यालय में बृहद स्तर पर दो दिवसीय एमिटी यूथ फेस्ट 2023 का आयोजन किया जा रहा है जिसमे देश के अन्य संस्थानो और एमिटी से हजारों की संख्या में छात्र हिस्सा ले रहे है।
एमिटी यूथ फेस्ट 2023 का शुभारंभ लोकसभा के सांसद सदस्य श्री रवि शंकर प्रसाद, सांसद श्री राजेन्द्र अग्रवाल, एमिटी शिक्षण समूह के संस्थापक अध्यक्ष डा अशोक कुमार चौहान, एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला और एमिटी ग्रुप वाइस चांसलर डा गुरिदंर सिंह द्वारा किया गया। इस दो दिवसीय उत्सव में विभिन्न सांस्कृतिक तकनीक आधारित प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है।
एमिटी यूथ फेस्ट 2023 का शुभारंभ करते हुए लोकसभा के सांसद श्री रवि शंकर प्रसाद ने ऑनलाइन संबोधित करते हुए कहा कि आज हम डिजिटली रूप से जुड़े है यही नव भारत है। हमारे प्रधानमंत्री ने भारतीय बुद्धिमता को सूचना प्रौद्योगिकी से जोड़कर कल का भारत बनाने का मिशन रखा था जिसें हमने हासिल किया। आज भारत की आबादी लगभग 140 करोड़ है और लगभग 120 करोड़ मोबाइल फोन है और 130 करोड़ व्यक्तियों का आधार कार्ड बना है। करोड़ों लोगों का खाता खुला है जिन्हे सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं का लाभ मिल रहा है। डिजिटल इंडिया मे ना केवल पढ़ाई बल्कि न्यायालयों ने भी ऑनलाइन सुनवाई की। यह नया भारत है जहां ना केवल छह माह में वैक्सीन विकसित हुई और लोगो को लगाई गई।
आज भारत में 1 लाख से अधिक स्टार्टअप है और हमारे लगभग 100 स्टार्टअप यूनिकार्न में शामिल है। उन्होनें छात्रों को सलाह देते हुए कहा कि सपने देखों और उन्हे पूरा करने का प्रयास करो। श्री प्रसाद ने कहा कि देश में लोकतंत्र ने हर व्यक्ति को वोट देने का अधिकार दिया है और यहां राष्ट्रपति का निर्णय भी चुनाव से होता है। उन्होनें छात्रो से कहा कि देश के लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए युवाओं को राजनीति में आना चाहिए क्योंकि देश का विकास चर्चा, लोकतंत्र और संसद से होता है। उन्होनें एमिटी संस्थान को राजनीति में छात्रों को आने के लिए तैयार करने और सांसदों को सहायता हेतु मानव संसाधन उपलब्ध कराने के लिए पाठयक्रम का संचालन करने की सलाह भी दी।
सांसद श्री राजेन्द्र अग्रवाल ने ऑनलाइन कहा कि संसद मे होने वाली चर्चाओं और घटनाओं का असर सारे देश पर पड़ता है क्योकी यहां सारे देश से प्रतिनिधि चुनकर आते है। किसी भी संासद का व्यवहार केवल उसके अपने निजी रूप से ही नही बल्कि अन्य संस्थानों के लिए भी महत्वपूर्ण होता है। उन्होनें कहा कि संसद में चुनकर आने वाले व्यक्ति जनता के प्रति जवाबदेह होते है। इसके अतिरिक्त उन्होने संसद की कार्यप्रणाली जैसे समय, प्रश्नकाल, शून्यकाल, प्रश्न पूछने का तरीका आदि की विस्तृत जानकारी प्रदान की।
एमिटी शिक्षण समूह के संस्थापक अध्यक्ष डा अशोक कुमार चौहान ने कहा कि एमिटी यूथ फेस्ट 2023 छात्रों के अंदर उत्साह संचारित करने और उनकी प्रतिभा को मौका प्रदान करने का एक उत्सव है जहां श्री प्रसाद और श्री अग्रवाल जैसे विशेष व्यक्तियों का मार्गदर्शन प्राप्त होता है। डा रवि शंकर प्रसाद जी से मार्गदर्शन और अनुभव लेकर हम छात्रों को राजनीति में जाने के लिए प्रेरित करेगें और उनके लिए पाठयक्रम प्रारंभ करने पर विचार करेगें। हमारा उददेश्य छात्रों को देश के उत्थान में सहायक बनाना है।
एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चंासलर डा बलविंदर शुक्ला ने स्वागत करते हुए कहा कि इस एमिटी यूथ फेस्ट में सभी कार्यक्रमो का आयोजन छात्रों द्वारा छात्रों की सहायता से छात्रों के लिए किया जाता है जिसमें शिक्षकों द्वारा सहायता और मार्गदर्शन प्रदान किया जाता है। इस एमिटी यूथ फेस्ट में लगभग 150 प्रतियोगिताओं को आयोजन किया जा रहा है जिसमें लगभग 2000 टीमों से 13000 छात्र हिस्सा ले रहे है। यह एमिटी यूथ फेस्ट पूरे विश्व के युवाओं को जोड़ता है। छात्रों को ना केवल प्रतिस्पर्धा के संर्दभ में जानकारी मिलती बल्कि उन्हे जीवन भर के मित्र भी प्राप्त होते है। उन्होनें सभी प्रतिभागीयों को सीखने और हिस्सा लेने के लिए शुभकामना दी।
एमिटी यूथ फेस्ट 2023 के प्रथम दिन नृत्यअर्श नामक एकल नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमे लगभग 35 छात्र छात्राओ ने हिस्सा लिया और प्रस्तुती दी। इसके अतिरिक्त एमिटी इंटरनेशनल लिटेचर फेस्टीवल के चतुर्थ एडिशन का आयोजन किया गया जिसका विषय डिजिटलाइजेशन ऑफ लिटरेचर था। इस कार्यक्रम में डरहम विश्वविद्यालय के एमएसीएओ प्रोग्राम ऑफ इंग्लिश के प्रो लॉरी बेकर, यूके के पेटमोर प्रेस के लेखक और प्रकाशक श्री केथ जाहासं, एसटीएमआईके के इंग्लिश यूनिवर्सिअी ऑफ नुसर मंडीरी के प्रोफेसर डा जुआारनी सिरिरेगर ने अपने विचार रखे। कार्यक्रम को संचालन एमिटी इंस्टीटयूट ऑफ कोरपोरेट कम्यूनिकेशन के डिप्टी डायरेक्टर डा अनिल सहरावत द्वारा किया गया।
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