ग्रेटर नोएडा :किसान आंदोलन में एकजुट हुआ विपक्ष, जेल से नेताओं की बिना शर्त रिहाई की मांग
1 min readग्रेटर नोएडा, 12 जून।
ग्रेटर नोएडा में चल रहे धरने के 49 वे दिन सरधना के विधायक व समाजवादी पार्टी के बड़े नेता अतुल प्रधान अपना समर्थन देने के लिए धरना स्थल पर पहुंचे और कहा कि भाजपा सरकार किसानो और मजदूरों का शोषण कर रही है। जो लोग शांति पूर्वक पिछले दो माह से अपना धरना दे रहे थे वह अपनी जायज मांग सरकार से मांग रहे थे उनमें से 33 किसानों को उठा कर जेल भेज दिया बाकी लोगों के खिलाफ फर्जी मुकदमे लगाए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि लोगों को डराया जा रहा है धमकाया जा रहा है किसानों के आंदोलन तक पीने के लिए पानी ना पहुंचे खाने के लिए खाना ना पहुंचे उसके लिए भी पुलिस प्रशासन प्रयास कर रहा है खाना और पानी सप्लाई करने वालों को भी धमकाया और डराया जा रहा है।45 डिग्री टेंपरेचर होने के बावजूद किसानों के धरने की बिजली काटी गई है और जो सामान किसानों का पुलिस ने जब्त किया है जिसमें कि खाने का सामान भी है उनको अभी तक लौटाया नहीं गया है। उन्होंने घोषणा की कि किसानों के इन मुद्दों को विधानसभा के अगले सत्र में मैं सदन में उठाने का कार्य करूंगा और अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को भी किसानों के इन मुद्दों से अवगत कराऊंगा।
आज के धरने की अध्यक्षता तिलक देवी ने व संचालन मास्टर रणवीर सिंह ने किया। राष्ट्रीय लोक दल के जिला अध्यक्ष जनार्दन भाटी ने बताया कि हम सभी प्रमुख विपक्षी दलों के जिला अध्यक्षों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा और उनसे मांग की है कि किसानों को बिना शर्त तुरंत रिहा किया जाए और किसानों की जो मांग है वह न्याय संगत है उन्हें तत्काल पूरा किया जाए अगर जेल में बंद किसानों को तुरंत रिहा नहीं किया गया तो हम सभी विपक्षी दल सड़क पर उतर कर आंदोलन के लिए तैयार हैं।
जिलाधिकारी से मिलने वाले नेताओं में मुख्य रूप से समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष सुधीर भाटी राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष दिनेश शर्मा आजाद समाज पार्टी के जिला अध्यक्ष नरेश सहित समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजकुमार भाटी पूर्व जिला अध्यक्ष इंद्र प्रधान गौतम बुद्ध नगर के पूर्व चेयरमैन गजराज सिंह नागर लोकदल के वरिष्ट नेता अजीत दौला भी साथ मौजूद रहे।
भारतीय किसान परिषद के सुखबीर खलीफा ने भी किसानों के मध्य पहुंचकर अपना पुनः समर्थन दिया उन्होंने बताया कि भारतीय किसान परिषद भी 16 जून से नोएडा प्राधिकरण पर तालाबंदी करने का कार्य करेगी और जब तक धरने से नहीं उठेंगे जब तक किसानों की लंबित संपूर्ण मांग पूरी नहीं हो जाती साथ ही उन्होंने दोहराया कि जेल में बंद किसानों को भी प्रताड़ित किया जा रहा है उनके साथ साधारण कैदियों की तरह व्यवहार किया जा रहा है जो कि हमारे संवैधानिक अधिकारों की हत्या है क्योंकि हम आंदोलनकारी लोग हैं और आंदोलन करना हमारा संवैधानिक अधिकार है और आंदोलन के तहत जेल जाना हमारे लिए गर्व की बात है और जेल के अंदर हमारे साथ राजनीतिक कैदी की तरह व्यवहार किया जाना चाहिए ना कि सामान्य कैदी की तरह यह शासन प्रशासन की अत्याचार की पराकाष्ठा है। धरने को अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष कामरेड कृष्णा प्रसाद ने भी संबोधित किया।
आज के धरने में हजारों की संख्या में महिलाएं और पुरुष मौजूद रहे जिनमें मुख्य रूप से सुशील प्रधान महाशय टीकम नागर, सतीश यादव, जगदीश प्रधान, सुरेंद्र पंडित, संदीप भाटी, अजय पाल भाटी, सुरेंद्र यादव नरेंद्र भाटी रेखा रावत अनीता रावल रीना पुष्पा सुनीता पूनम संजना सोनम ज्ञानवती आदि मौजूद रहे।
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