नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के ATC निर्माण में यूएनओ टैक्नोलॉजी की भूमिका
1 min readनई दिल्ली, 5 फरवरी।
यूएनओ टेक्नोलॉजी, हाई-विज़न एयर ट्रैफिक कंट्रोल केबिन और टावर्स बनाने में विशेषज्ञता रखने वाली एक प्रमुख इंजीनियरिंग सॉल्यूशन कंपनी, ने भारत में अपनी पहली परियोजना शुरू करने की घोषणा की है। कंपनी इस परियोजना में अत्याधुनिक तकनीक के इस्तेमाल के जरिए एडवांस्ड एटीसी की दिशा में बड़ा बदलाव लाने के लिए तैयार है। कंपनी की इस अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी का नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) केबिन निर्माण की सफलता में अहम योगदान है। यह दृष्टिकोण इंटरनेशनल सिविल एविएशन ऑर्गनाइजेशन (आईसीएओ) के मानकों का सख्ती से पालन करता है, जिसका लक्ष्य लिमिटेड विजिबिलिटी, अप्रचलित मशीनरी और हवाई यातायात नियंत्रकों के बीच थकान के ऊंचे स्तर जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों का समाधान करना है क्योंकि ये परिचालन दक्षता और सुरक्षा मानकों पर नकारात्मक असर डालते हैं।
यूपी के जेवर में बनने वाले नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए एक विशेषज्ञ कॉन्ट्रैक्टर के रूप में, यूएनओ टेक्नोलॉजी नए एयर ट्रैफिक कंट्रोल टॉवर के लिए एक महत्वपूर्ण हाई विजन एयर ट्रैफिक कंट्रोल रूम बना रही है। कंपनी विजुअल कंट्रोल रूम (वीसीआर) में ग्लेज़िंग के लिए मुलिएन्स के बिना अपनी तरह की पहली अभिनव फ्रेमिंग प्रणाली लागू कर रही है।
यूएनओ टेक्नोलॉजी द्वारा बनाया गया उत्कृष्ट एटीसी केबिन, हवाई यातायात नियंत्रकों के लिए बाधा-मुक्त विजन की सुविधा देता है। हवाई अड्डों की परिचालन दक्षता और सुरक्षा को बढ़ाने वाली ये आधुनिक सुविधाएं भारत में हवाई यातायात नियंत्रण के बुनियादी ढांचे के लिए एक नया मानक स्थापित कर रही हैं। यह वैश्विक विमानन मानकों के साथ आसानी से मुकाबला कर सकता है।
यूएनओ टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर, श्री उन्नी भास्कर ने इस परियोजना के लिए कंपनी के उत्साह को व्यक्त करते हुए कहा, “नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के साथ भारत में हमारी पहली परियोजना एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। हम न केवल नई-नई टेक्नोलॉजीज लेकर आते हैं बल्कि देश में एयर ट्रैफिक कंट्रोल करने वाले इंफ्रास्ट्रक्चर को आधुनिक बनाकर गुणवत्ता और ग्राहक संतुष्टि के लिए भी प्रतिबद्ध हैं। हमारा ध्येय यही है ‘100% भारत में निर्मित, विश्व के लिए निर्मित’, हमें वैश्विक स्तर पर भारतीय विमानन उद्योग के विकास में योगदान देने पर बहुत गर्व है। यह परियोजना विमानन में सुरक्षित और अधिक कुशल भविष्य के हमारे नजरिये की दिशा में एक अगला कदम है।”
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्रोजेक्ट का स्वामित्व ज्यूरिख एयरपोर्ट्स ग्रुप के पास है और इसका निष्पादन टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है। यह विमानन क्षेत्र में एक ऐतिहासिक सहयोग की मिसाल है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना के पूरे होने पर नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट दुनिया का चौथा सबसे बड़ा और भारत का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बन जाएगा।
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