
गौतमबुद्धनगर पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए थाना कासना और स्वाट टीम के संयुक्त अभियान में एक अंतरराष्ट्रीय सट्टा गैंग का पर्दाफाश किया है। इस ऑपरेशन में 8 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया, जिनके कब्जे से 4 लैपटॉप, 26 मोबाइल फोन, 16 सिम कार्ड, फर्जी आधार कार्ड, बैंक पासबुक, चेकबुक, पासपोर्ट और अन्य सामान बरामद किए गए। साथ ही, एक फर्जी अपहरण की सूचना का भी खुलासा हुआ, जिसे गैंग ने अपने परिजनों से पैसे ऐंठने के लिए रचा था।
घटना का विवरण
डीसीपी ग्रेटर नोएडा साद मियां खान के अनुसार 12 जून 2025 को डायल-112 के जरिए सुभाष चंद्र (निवासी अलवर, राजस्थान) ने सूचना दी कि उनके 22 वर्षीय बेटे भीम सिंह और 25 वर्षीय भतीजे नारायण का अपहरण कर लिया गया है। सुभाष के अनुसार, 11 जून को अज्ञात व्यक्ति ने फोन कर 7 लाख रुपये की मांग की थी, अन्यथा बच्चों की हत्या की धमकी दी गई।
डीसीपी ग्रेटर नोएडा साद मियां खान के अनुसार 12 जून 2025 को डायल-112 के जरिए सुभाष चंद्र (निवासी अलवर, राजस्थान) ने सूचना दी कि उनके 22 वर्षीय बेटे भीम सिंह और 25 वर्षीय भतीजे नारायण का अपहरण कर लिया गया है। सुभाष के अनुसार, 11 जून को अज्ञात व्यक्ति ने फोन कर 7 लाख रुपये की मांग की थी, अन्यथा बच्चों की हत्या की धमकी दी गई।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने सूचना को गंभीरता से लेते हुए इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस और मैनुअल इंटेलिजेंस का सहारा लिया। जांच में पाया गया कि भीम सिंह की लोकेशन थाना बिसरख क्षेत्र के चेरी काउंटी में थी। पुलिस ने व्हाइट आर्किड अपार्टमेंट, गौर सिटी में छापेमारी की, जहां ध्रुव, मुकीम, विशाल कुमार और सन्नी कुमार को पकड़ा गया। इनके पास से 2 लैपटॉप, एक दर्जन मोबाइल फोन, अवैध सिम कार्ड, फर्जी आधार कार्ड और रजिस्टर बरामद हुए। पूछताछ में खुलासा हुआ कि ये लोग ‘RUDRA CRIC LOVE APP’ के जरिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रिकेट सट्टेबाजी का रैकेट चला रहे थे।
पुलिस ने सूचना को गंभीरता से लेते हुए इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस और मैनुअल इंटेलिजेंस का सहारा लिया। जांच में पाया गया कि भीम सिंह की लोकेशन थाना बिसरख क्षेत्र के चेरी काउंटी में थी। पुलिस ने व्हाइट आर्किड अपार्टमेंट, गौर सिटी में छापेमारी की, जहां ध्रुव, मुकीम, विशाल कुमार और सन्नी कुमार को पकड़ा गया। इनके पास से 2 लैपटॉप, एक दर्जन मोबाइल फोन, अवैध सिम कार्ड, फर्जी आधार कार्ड और रजिस्टर बरामद हुए। पूछताछ में खुलासा हुआ कि ये लोग ‘RUDRA CRIC LOVE APP’ के जरिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रिकेट सट्टेबाजी का रैकेट चला रहे थे।
ध्रुव ने बताया कि भीम सिंह और नारायण राधा स्काई गार्डन सोसाइटी में अन्य साथियों के साथ सट्टेबाजी में शामिल थे। पुलिस ने वहां छापा मारकर भीम, नारायण, हिमांशु और सुखदेव को गिरफ्तार किया।
पूछताछ में खुलासा
अभियुक्तों ने बताया कि वे RUDRA CRIC LIVE APP के जरिए लाइव क्रिकेट मैचों में रन, विकेट और हार-जीत पर सट्टा लगाते थे। यह रैकेट थाईलैंड और दुबई से संचालित हो रहा था, जहां उनका बॉस फर्जी सिम और बैंक खातों के जरिए ऑपरेशन चलाता था। प्रतिदिन करीब 30 लाख रुपये की कमाई इन खातों में ट्रांसफर की जाती थी। भीम सिंह ने स्वीकार किया कि अपहरण की कहानी उनके और उनके साथियों ने मिलकर परिजनों से पैसे ऐंठने के लिए बनाई थी।
अभियुक्तों ने बताया कि वे RUDRA CRIC LIVE APP के जरिए लाइव क्रिकेट मैचों में रन, विकेट और हार-जीत पर सट्टा लगाते थे। यह रैकेट थाईलैंड और दुबई से संचालित हो रहा था, जहां उनका बॉस फर्जी सिम और बैंक खातों के जरिए ऑपरेशन चलाता था। प्रतिदिन करीब 30 लाख रुपये की कमाई इन खातों में ट्रांसफर की जाती थी। भीम सिंह ने स्वीकार किया कि अपहरण की कहानी उनके और उनके साथियों ने मिलकर परिजनों से पैसे ऐंठने के लिए बनाई थी।
गिरफ्तार अभियुक्त
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भीम सिंह (22, अलवर, राजस्थान)
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नारायण (26, अलवर, राजस्थान)
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ध्रुव (24, जुनागढ़, गुजरात)
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मुकीम (19, फिरोजपुर झिरका, हरियाणा)
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विशाल कुमार (27, कुरुक्षेत्र, हरियाणा)
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सन्नी जेतवा (27, जुनागढ़, गुजरात)
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हिमांशु दकान (20, द्वारका, गुजरात)
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सुखदेव सिंह (31, स्वरूप नगर, दिल्ली)
बरामद सामान
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4 लैपटॉप
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26 स्मार्टफोन
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16 सिम कार्ड
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2 रजिस्टर (हिसाब-किताब के लिए)
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3 बैंक पासबुक
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2 चेकबुक
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1 पासपोर्ट (विशाल के नाम)
कानूनी कार्रवाई
मामले में थाना कासना में मुकदमा संख्या 131/2025 दर्ज किया गया है, जिसमें धारा 3/4 जुआ अधिनियम, धारा 318(4)/338/336(3)/336(4)/340(2) बीएनएस और धारा 66 डी आईटी एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है।
मामले में थाना कासना में मुकदमा संख्या 131/2025 दर्ज किया गया है, जिसमें धारा 3/4 जुआ अधिनियम, धारा 318(4)/338/336(3)/336(4)/340(2) बीएनएस और धारा 66 डी आईटी एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर की इस कार्रवाई को एक बड़ी सफलता माना जा रहा है, जिसने न केवल अंतरराष्ट्रीय सट्टा रैकेट का भंडाफोड़ किया, बल्कि फर्जी अपहरण की साजिश को भी उजागर किया।