ब्रेकिंग न्यूज़: ग्रेटर नोएडा में दिल दहलाने वाली घटना: पिता ने बेटी की हत्या की, फिर लगाई फांसी

ग्रेटर नोएडा,(नोएडा खबर डॉट कॉम)
 ग्रेटर नोएडा में एक सनसनीखेज और दुखद घटना ने स्थानीय समुदाय को झकझोर कर रख दिया है। कासना थाना क्षेत्र के सिरसा नई कॉलोनी में एक पिता ने अपनी बेटी की गला दबाकर हत्या कर दी और इसके बाद स्वयं फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। यह घटना सोमवार सुबह सामने आई, जिसके बाद इलाके में हड़कंप मच गया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, मृतकों की पहचान अशोक कुमार (पिता) और उनकी बेटी संजना के रूप में हुई है। अशोक कुमार मूल रूप से आगरा जिले के थाना जगनेर के वाजिदपुर गांव के निवासी थे और वर्तमान में सिरसा नई कॉलोनी में अपने मकान में रह रहे थे। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि अशोक अपनी बेटी के प्रेम प्रसंग से नाराज थे, जिसके चलते उनके बीच अक्सर विवाद होता था। इसी नाराजगी में अशोक ने पहले अपनी बेटी की गला दबाकर हत्या की और फिर स्वयं पंखे से लटककर अपनी जान दे दी।पुलिस की कार्रवाई:
कासना थाना पुलिस को सुबह घटना की सूचना मिली, जिसके बाद पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। पुलिस ने पंचनामा भरकर मामले की गहन जांच शुरू कर दी है। कासना थाना प्रभारी ने बताया कि प्रेम प्रसंग के अलावा अन्य संभावित कारणों की भी जांच की जा रही है। परिवार के अन्य सदस्यों और आसपास के लोगों से पूछताछ जारी है ताकि घटना के सटीक कारणों का पता लगाया जा सके।
पृष्ठभूमि और सामाजिक प्रभाव:
बताया जा रहा है कि अशोक और उनकी बेटी संजना एक ही प्राइवेट कंपनी में काम करते थे। संजना के प्रेम प्रसंग को लेकर पिता और बेटी के बीच लंबे समय से तनाव था। यह घटना समाज में प्रेम विवाह, पारिवारिक सहमति और मानसिक स्वास्थ्य जैसे मुद्दों पर गंभीर सवाल उठाती है। स्थानीय निवासियों में इस घटना को लेकर गहरा आक्रोश और दुख है।
जांच में अगले कदम:
पुलिस अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट और फोरेंसिक साक्ष्यों का इंतजार कर रही है। साथ ही, संजना के प्रेम प्रसंग और अशोक की मानसिक स्थिति की गहराई से पड़ताल की जा रही है। इस घटना ने न केवल स्थानीय समुदाय को प्रभावित किया है, बल्कि यह परिवारों में खुला संवाद और मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता की आवश्यकता को भी रेखांकित करता है।इस दुखद घटना ने एक बार फिर समाज को यह सोचने पर मजबूर किया है कि पारिवारिक विवादों को सुलझाने और भावनात्मक दबाव को कम करने के लिए समय रहते कदम उठाना कितना जरूरी है। 

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