ग्रेटर नोएडा: बिसरख पुलिस ने नोट बदलने के नाम पर ठगी करने वाले गैंग के तीन सदस्य किये गिरफ्तार

नोएडा, (नोएडा खबर)
गौतमबुद्धनगर पुलिस कमिश्नरेट की बिसरख थाना पुलिस ने नोट बदलने के नाम पर ठगी करने वाले एक संगठित गिरोह का पर्दाफाश करते हुए तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके कब्जे से ठगी की रकम 4,83,500 रुपये और घटना में प्रयुक्त तीन लग्जरी कारें- सिलेरियो (DL7CW6906), आई-20 (DL12CG4283), और स्कॉर्पियो (UP14GK1733) बरामद की हैं।
घटना का विवरण
डीसीपी सेंट्रल नोएडा शक्तिमोहन अवस्थी के अनुसार पीड़ित रोबिन और उनके दोस्त विवेक मिश्रा को अभियुक्त पवन कुमार मिश्रा ने अपने साथियों- लोकेश मिश्रा उर्फ अनिल शर्मा, अरमान, और संजीव के साथ मिलकर ठगी का शिकार बनाया। पवन ने पीड़ितों को लालच दिया कि यदि वे 10 लाख रुपये की 500-500 की नोटें देंगे, तो उन्हें 12 लाख रुपये की 100 और 200 की छोटी नोटें दी जाएंगी, जिससे 2 लाख रुपये का तत्काल मुनाफा होगा।
डीसीपी सेंट्रल नोएडा ने बताया कि 1 जुलाई 2025 को चेरी काउंटी, बिसरख के पास एक पेट्रोल पंप पर पीड़ितों ने अभियुक्तों को 10 लाख रुपये का बैग दिखाया। मौका पाकर अभियुक्तों ने बैग छीनकर तीन अलग-अलग कारों में सवार होकर फरार हो गए। पीड़ित की शिकायत पर थाना बिसरख में 3 जुलाई 2025 को मुकदमा संख्या 470/2025, धारा 316(2), 317(2) बीएनएस के तहत दर्ज किया गया।
पुलिस की कार्रवाई
5 जुलाई 2025 को बिसरख पुलिस ने रोजायाकूबपुर के पास 6 प्रतिशत प्लॉट एरिया में अभियुक्त लोकेश मिश्रा उर्फ अनिल शर्मा (निवासी निवाड़ी, मध्य प्रदेश), पवन कुमार मिश्रा (निवासी अमेठी, उत्तर प्रदेश), और संजीव (निवासी जींद, हरियाणा) को गिरफ्तार किया। इनके कब्जे से ठगी की रकम और घटना में प्रयुक्त कारें बरामद की गईं।
अभियुक्तों की पूछताछ
पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि उनका गिरोह भोले-भाले लोगों को नोट बदलने का लालच देकर ठगी करता था। लोकेश मिश्रा उर्फ अनिल शर्मा गिरोह का सरगना है, जबकि पवन मिश्रा धनी लोगों से संपर्क स्थापित करता था। अभियुक्त नियत स्थान और समय पर पीड़ितों को बुलाकर चकमा देकर रुपये लेकर फरार हो जाते थे और आपस में रकम बांट लेते थे। लोकेश ने बताया कि वह पहले भी गाजियाबाद और झांसी में ऐसी घटनाओं के लिए जेल जा चुका है।

अभियुक्तों का आपराधिक इतिहास

  1. लोकेश मिश्रा उर्फ अनिल शर्मा: झांसी और गाजियाबाद में ठगी के मामलों में पूर्व में जेल जा चुका है।
  2. पवन कुमार मिश्रा: लॉजिस्टिक व्यवसायी, इस मामले में पहली बार गिरफ्तार।
  3. संजीव: इस मामले में पहली बार गिरफ्तार।

पुलिस की सराहना
पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर की इस त्वरित कार्रवाई की स्थानीय लोगों ने सराहना की है। पुलिस ने कहा कि मामले में फरार अन्य अभियुक्तों की तलाश जारी है और आगे की जांच की जा रही है।

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