मुंबई। नोएडा खबर डॉट कॉम)
भारतीय सिनेमा और टेलीविजन जगत के प्रसिद्ध अभिनेता, निर्माता और निर्देशक धीरज कुमार का मंगलवार की सुबह मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में निधन हो गया। वह 79 वर्ष के थे। धीरज कुमार को तीव्र निमोनिया और सांस लेने में तकलीफ के कारण सोमवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनकी हालत गंभीर होने के बाद उन्हें आईसीयू में वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था। उनके निधन की खबर से बॉलीवुड और टेलीविजन इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई है।
धीरज कुमार का करियर:
एक सुनहरा सफर
धीरज कुमार ने 1965 में एक टैलेंट कॉन्टेस्ट में राजेश खन्ना और सुभाष घई जैसे दिग्गजों के साथ फाइनलिस्ट के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद, उन्होंने हिंदी और पंजाबी सिनेमा में अपनी पहचान बनाई। 1970 से 1984 के बीच, उन्होंने 21 पंजाबी फिल्मों में अभिनय किया और हिंदी सिनेमा में भी कई यादगार भूमिकाएं निभाईं। उनकी प्रमुख फिल्मों में शामिल हैं:
- रोटी कपड़ा और मकान (1974): मनोज कुमार और जीनत अमान के साथ उनकी सहायक भूमिका को खूब सराहा गया।
- क्रांति (1981): इस देशभक्ति फिल्म में उनके अभिनय ने दर्शकों का दिल जीता।
- स्वामी, हिरा पन्ना, सरगम, और बहारों फूल बरसाओ जैसी फिल्मों में भी उन्होंने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।
अभिनय के अलावा, धीरज कुमार ने टेलीविजन इंडस्ट्री में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने अपनी प्रोडक्शन कंपनी क्रिएटिव आई लिमिटेड के बैनर तले कई लोकप्रिय धारावाहिकों का निर्माण किया, जिनमें ॐ नमः शिवाय, संस्कार, मायका, घर की लक्ष्मी बेटियां, श्री गणेश, और इश्क सुभान अल्लाह शामिल हैं। इन धारावाहिकों ने भारतीय टेलीविजन पर गहरी छाप छोड़ी और धीरज कुमार को एक दूरदर्शी निर्माता के रूप में स्थापित किया।
अंतिम दिन और अस्पताल में भर्ती
धीरज कुमार की तबीयत सोमवार, 14 जुलाई 2025 को अचानक बिगड़ गई थी, जिसके बाद उन्हें मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनके परिवार और प्रोडक्शन टीम ने एक बयान जारी कर बताया था कि धीरज कुमार निमोनिया से पीड़ित थे और उनकी हालत गंभीर थी। बयान में परिवार ने उनके शीघ्र स्वस्थ होने के लिए प्रार्थना और निजता की अपील की थी। हालांकि, मंगलवार सुबह 11:40 बजे, धीरज कुमार ने अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनके बेटे अशुतोष कुमार उस समय उनके साथ थे। परिवार ने अपने बयान में कहा, “यह अत्यंत दुख के साथ सूचित करना पड़ रहा है कि धीरज कुमार, एक प्रसिद्ध अभिनेता, निर्माता और निर्देशक, अब हमारे बीच नहीं रहे। वह कोकिलाबेन अस्पताल में उपचार के दौरान कार्डियक अरेस्ट के कारण दुनिया को अलविदा कह गए।”
अंतिम संस्कार और शोक संदेश
धीरज कुमार के पार्थिव शरीर को अस्पताल से औपचारिकताओं के बाद उनके निवास पर ले जाया जाएगा। उनके अंतिम संस्कार की संभावना बुधवार, 16 जुलाई को है, क्योंकि उनके रिश्तेदार पंजाब से मुंबई पहुंच रहे हैं।धीरज कुमार के निधन पर बॉलीवुड और टेलीविजन इंडस्ट्री के कई कलाकारों और प्रशंसकों ने शोक व्यक्त किया है। उनकी प्रोडक्शन कंपनी, क्रिएटिव आई लिमिटेड, ने भी उनके योगदान को याद करते हुए एक भावुक नोट जारी किया, जिसमें कहा गया, “धीरज कुमार का जाना भारतीय मनोरंजन जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनकी कहानियां और रचनात्मक दृष्टिकोण हमेशा प्रेरणा देता रहेगा।”
धीरज कुमार हाल के वर्षों में सार्वजनिक रूप से कम ही नजर आए थे। उनकी आखिरी सार्वजनिक उपस्थिति नवी मुंबई के खारघर में इस्कॉन मंदिर के उद्घाटन समारोह में थी। इस अवसर पर उन्होंने अपनी आध्यात्मिक मान्यताओं को व्यक्त किया था और सनातन धर्म को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की थी।
धीरज कुमार की विरासत
धीरज कुमार का करियर लगभग छह दशकों तक फैला हुआ था, जिसमें उन्होंने अभिनय, निर्देशन और निर्माण के क्षेत्र में अपनी अमिट छाप छोड़ी। उनकी फिल्में और टेलीविजन धारावाहिक न केवल मनोरंजन का साधन थे, बल्कि भारतीय संस्कृति और मूल्यों को भी दर्शाते थे। उनके द्वारा स्थापित क्रिएटिव आई लिमिटेड आज भी भारतीय टेलीविजन के लिए प्रासंगिक और नवीन सामग्री का निर्माण कर रही है।धीरज कुमार के निधन से भारतीय सिनेमा और टेलीविजन ने एक सच्चा रत्न खो दिया है। उनकी रचनात्मकता, समर्पण और कला के प्रति जुनून हमेशा दर्शकों के दिलों में जीवित रहेगा। हमारी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं।