नोएडा(नोएडा खबर डॉट कॉम)
एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला को अकादमिक एवं प्रशासनिक क्षेत्र में अतुलनीय योगदान प्रदान करने के लिए और दीर्घकालिक संगठनात्मक स्थिरता और विश्वास को मजबूत करने के लिए दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में टॉप रैंकरस मैनेजमेंट क्लब द्वारा ‘‘वाइस चांसलर ऑफ डिकेड’’ अवार्ड प्रदान किया गया। इस कार्यक्रम में टॉप रैंकरस मैनेजमेंट क्लब के संस्थापक श्री वी के एस सूद और जीएसके कंज्यूमर हेल्थकेयर के पूर्व चेयरमैन द्वारा डा बलविंदर शुक्ला को ‘‘वाइस चांसलर ऑफ डिकेड’’ अवार्ड से सम्मानित किया गया।
एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला ने ‘‘वाइस चांसलर ऑफ डिकेड’’ अवार्ड से सम्मानित किये जाने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि पहचान और सराहना पाकर अद्भुत अनुभूति होती है और यह हमें और भी अधिक मेहनत करते हुए आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करता है। डा शुक्ला ने कहा कि एमिटी शिक्षण समूह के संस्थापक अध्यक्ष डा अशोक कुमार चौहान के निरंतर मार्गदर्शन और सहयोग ने ही मेरे विचारों और कौशल को आकार देने में मदद की है, और मैं उनसे सीखी गई हर चीज़ को आत्मसात करती हूं।
यह सम्मान एमिटी के संकाय, कर्मचारियों और छात्रों के अथक सहयोग के बिना संभव नहीं होता। मैं एमिटी परिवार का हिस्सा होने के लिए आभारी हूँ जिसने शुरुआत से ही शैक्षणिक उत्कृष्टता, नवाचार, सामुदायिक प्रभाव और मानवीय मूल्यों व नैतिकता को प्राथमिकता दी। जीवन में प्रयास और निरंतरता से हम महान उपलब्धियाँ प्राप्त कर सकते हैं।
इस अवसर पर ‘‘दीर्घकालिक संगठनात्मक स्थिरता और विश्वास सुनिश्चित करने के लिए शासन, जोखिम प्रबंधन और अनुपालन को मज़बूत करना’’ विषय पर परिचर्चा सत्र का आयोजन किया गया। इस परिचर्चा सत्र का संचालन एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला द्वारा किया गया और इसमें आरएसडब्लूएम लिमिटेड के ज्वांइट मैनजिंग डायरेक्टर श्री राजीव गुप्ता, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के मानव संसाधन सदस्य डा एच श्रीनिवासन, इंडियन ऑइल कोरपारेशन लिमिटेड के पूर्व मानव संसाधन निदेशक डा रंजन कुमार महापात्रा ने अपने विचार रखे। डा शुक्ला ने सत्र में कहा कि शिक्षा को राष्ट्रीय प्राथमिकताओं और उद्योग की ज़रूरतों के साथ जोड़ना सबसे महत्वपूर्ण है, अगर शोध आपके आस-पड़ोस का ध्यान रखते हुए किया जाए तो वह प्रभावशाली होता है।