-खड़े होकर तालियों से किया स्वागत
नोएडा, (नोएडा खबर डॉट कॉम)
संगीतायन फाउंडेशन के वार्षिक सम्मेलन में रविवार देर शाम उर्दू के वरिष्ठतम शायर पीपी श्रीवास्तव ‘रिंद’ को लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। 93 वर्षीय रिंद साहब जब व्हीलचेयर पर सभागार में पहुंचे तो पूरा हॉल खड़े होकर तालियां बजाकर उनका स्वागत करने लगा। मंचासीन सभी अतिथि नीचे उतरे और शाल, प्रतीक चिह्न व उपहार देकर उन्हें सम्मानित किया।
फर्रुखाबाद के फतेहगढ़ में जन्मे पीपी श्रीवास्तव ‘रिंद’ के पिता कोतवाल थे। पढ़ाई के बाद उन्होंने मशहूर शायर सागर अजमेरी के सान्निध्य में शायरी का सफर शुरू किया। अब तक उनकी 16 उर्दू शायरी की किताबें प्रकाशित हो चुकी हैं। उनकी पहली शायरी संकलन की किताब ‘रेग-ए-ज़ार’ 1961 में प्रकाशित हुई थी।
सेक्टर-6 स्थित एनईए सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम की अध्यक्षता चेतना समिति पटना के अध्यक्ष विवेकानंद झा ने की। मुख्य अतिथियों में देहरादून के गीतकार बुद्धिनाथ मिश्र, जीएसटी ट्रिब्यूनल के पूर्व सदस्य अरविंद श्रीवास्तव, चेतना समिति के उपाध्यक्ष उमेश मिश्र समेत कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।
इसके अलावा फाउंडेशन ने पत्रकारिता, समाजसेवा, चिकित्सा और कला क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले सात लोगों को भी सम्मानित किया। इनमें वरिष्ठ पत्रकार वीरेंद्र मलिक, मोहम्मद आजाद, विनोद शर्मा (गणेश शंकर विद्यार्थी पत्रकारिता सम्मान), समाजसेवी अशोक श्रीवास्तव (डॉ विंदेश्वरी पाठक सम्मान), डॉ नरेंद्र गुप्ता व डॉ पीके सिन्हा (धन्वंतरि चिकित्सा सम्मान) और गायक प्रशुन मुखर्जी (रवीन्द्रनाथ ठाकुर कलारत्न सम्मान) शामिल हैं।
सम्मान के बाद बंधा कवि सम्मेलन का समां
सम्मान समारोह के बाद देर रात तक चले कवि सम्मेलन ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसमें नोएडा के डॉ अशोक मधुप, देहरादून के बुद्धिनाथ मिश्र, गाजियाबाद की डॉ तूलिका सेठ, दिल्ली की संस्कृति मिश्र, नोएडा के जितेंद्र जीत और भोपाल की गुलसारिका ने अपनी रचनाओं से खूब वाहवाही बटोरी। हास्य, देशप्रेम, प्रेम और सामाजिक सरोकारों से भरी कविताओं ने सभागार में बार-बार तालियां बटोरीं।

संगीतायन फाउंडेशन के अध्यक्ष अवनींद्र ठाकुर ने कहा कि ऐसे आयोजन साहित्य, संगीत और संस्कृति को जीवंत रखने का काम करते हैं। कार्यक्रम का संचालन और स्वागत स्वागताध्यक्ष अखिलेश मिश्र ने किया। ![]()
