नोएडा: भंगेल एलिवेटेड रोड के नीचे टूटी सड़कें-नालियाँ, ग्रामीणों में आक्रोश, प्राधिकरण पर ब्रिज कारपोरेशन का 150 करोड़ बकाया, काम ठप होने का खतरा

नोएडा,(नोएडा खबर डॉट कॉम)
भंगेल एलिवेटेड रोड भले ही ट्रायल रन के लिए खोल दी गई हो, लेकिन इसके नीचे बसीं भंगेल, सालारपुर और बरोला की विशाल ग्रामीण मार्केटें बदहाली के आंसू बहा रही हैं। टूटी सड़कें, जर्जर नालियाँ, कीचड़ और जलभराव से व्यापारी और स्थानीय निवासी परेशान हैं। लोगों को उम्मीद थी कि एलिवेटेड रोड शुरू होते ही नीचे के सर्विस रोड और मार्केट का पुनर्विकास शुरू हो जाएगा, लेकिन अब आरटीआई से मिले जवाब ने सारी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है।
नोएडा विलेज रेसिडेंट्स एसोसिएशन (नोवरा) के अध्यक्ष डॉ. रंजन तोमर द्वारा दाखिल आरटीआई के जवाब में उत्तर प्रदेश ब्रिज कारपोरेशन ने खुलासा किया है कि नोएडा प्राधिकरण पर करीब 150 करोड़ रुपये बकाया है। इसमें मूल्य वृद्धि, जीएसटी अंतर और जून, जुलाई, अगस्त तथा सितंबर 2025 तक किए गए कार्यों का भुगतान शामिल है। पहले प्राधिकरण ने 500 करोड़ रुपये दिए थे, लेकिन अब परियोजना का कुल खर्च 608 करोड़ से बढ़कर लगभग 650 करोड़ रुपये तक पहुँच गया है।
ब्रिज कारपोरेशन ने दावा किया है कि बकाया राशि के बावजूद नीचे का काम रुका नहीं है, लेकिन ग्रामीणों और नोवरा का कहना है कि जमीनी हकीकत इससे बिल्कुल उलट है। पिछले कई महीनों से सर्विस रोड, नालियाँ और मार्केट का कोई काम नहीं हुआ है।मुख्यमंत्री और विधायक से हस्तक्षेप की मांग
नोवरा अध्यक्ष डॉ. रंजन तोमर ने कहा, “दोनों ही संस्थाएं सरकारी हैं। प्राधिकरण और ब्रिज कारपोरेशन के बीच यह खींचतान ग्रामीणों की जिंदगी को नर्क बना रही है। हम मांग करते हैं कि माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी और नोएडा के विधायक पंकज सिंह जी तुरंत हस्तक्षेप करें ताकि 150 करोड़ का भुगतान हो और ग्रामीण क्षेत्रों की मार्केटों का पुनर्विकास तुरंत शुरू हो।”
ग्रामीणों का कहना है कि एलिवेटेड रोड से ऊपर का ट्रैफिक तो तेज हो गया, लेकिन नीचे की जिंदगी थम-सी गई है। व्यापार चौपट हो रहा है और आम जनता रोज की परेशानियों से जूझ रही है। अगर जल्द भुगतान नहीं हुआ तो यह विवाद और लंबा खिंच सकता है और ग्रामीणों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।

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