नोएडा, 4 अप्रैल।
गर्मी के मौसम में नोएडा शहर में आग की बढ़ती घटनाओं को ध्यान में रखते हुए नोएडा प्राधिकरण और अग्निशमन विभाग ने सेक्टर 91 स्थित पंचशील बालक इंटर कॉलेज में एक कार्यशाला का आयोजन किया जिसमें सभी लोगों को आमंत्रित कर आग से बचाव के उपाय और आग लगने पर कैसे आग को बुझाया जाए इस बात पर चर्चा की।
उल्लेखनीय है कि विगत कुछ दिनों में विभिन्न स्थानों पर आग लगने की घटनायें संज्ञान में आयी हैं. जिसमें पीड़ितों को भारी क्षति का सामना करना पड़ा है तथा ग्रीष्म ऋतु के बढ़ने के साथ-साथ इस प्रकार की आग लगने की घटनायें बढ़ने की आशंका रहती है। किन्तु प्रायः स्थल पर उपस्थित व्यक्तियों को अग्निशमन से सम्बन्धित समुचित ज्ञान न होने के कारण आग विकराल रूप ले लेती है तथा इस प्रकार जनमानस को भारी क्षति का सामना करना पड़ता है।
उक्त को दृष्टिगत रखते हुए आग लगने की घटनाओं को नियंत्रित करने के उद्देश्य से नौएडा प्राधिकरण द्वारा शुक्रवार को पंचशील बालक इन्टर कॉलेज, सैक्टर-91 में अग्निशमन प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें नौएडा प्राधिकरण के सिविल, जल/सीवर, वि०/यांत्रिक, उद्यान, जनस्वास्थ्य आदि विभागों के कर्मचारियों को अग्नि सुरक्षा सम्बन्धी उपाय बताये गये तथा अग्निशमन का प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के दौरान निर्धारित आपातकालीन नम्बरों-101, 112 पर आवश्यक रूप से सम्पर्क किये जाने हेतु भी सूचित किया गया।
उक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम नौएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी के निर्देशानुपालन में प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्री संजय कुमार खत्री की अध्यक्षता में आयोजित किया गया, जिसमें प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्राधिकरण के विशेष कार्याधिकारी श्री महेन्द्र प्रसाद, उप महाप्रबन्धक (सिविल) श्री विजय रावल एवं समस्त सिविल, जल/सीवर, वि०/यांत्रिक, उद्यान, जनस्वास्थ्य खण्डों के वरिष्ठ प्रबन्धक/परियोजना अभियन्ता/उप निदेशकों द्वारा अपने-अपने स्टाफ के साथ प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रतिभाग किया गया।
उक्त कार्यक्रम में जनपद गौतमबुद्धनगर के मुख्य अग्निशमन अधिकारी के निर्देशन में अग्नि सुरक्षा टीम द्वारा सभी को प्रशिक्षण दिया गया तथा प्रशिक्षण के उपरान्त प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी (एसके) एवं अग्निशमन विभाग के अधिकारियों द्वारा आग बुझाने का डेमो भी दिया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी द्वारा अपने सम्बोधन के दौरान विभिन्न स्थानों पर आग की घटनाओं से सीख लेते हुए आग लगने की आपात स्थिति में विभिन्न सुरक्षा उपाय सुझाए गये तथा ऐसी आपात स्थितियों में अग्निशमन विभाग द्वारा आग पर नियंत्रण पाये जाने हेतु किये जाने वाले प्रयासों की सराहना की गई। इसके अतिरिक्त अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी द्वारा अपने सम्बोधन में कहा गया कि नौएडा क्षेत्र में स्थित इमारतों में आग की घटनाओं को रोकने हेतु इमारतों का नियमित रूप से निरीक्षण किया जाता रहे तथा इमारतों में अग्नि सुरक्षा के सम्पूर्ण प्रावधान सुनिश्चित होने की दशा में ही प्राधिकरण के नियोजन विभाग द्वारा कम्प्लीशन सर्टिफिकेट जारी किये जायें। तदोपरान्त नियमित रूप से फायर सेपटी ऑडिट भी कराया जाये।
एसीईओ द्वारा अपने सम्बोधन में कहा गया कि प्रायः गर्मी में शॉट सर्किट के कारण आग लगने की घटनायें होती है, जिसके दृष्टिगत विद्युत/यांत्रिकी विभागों के वरिष्ठ प्रबन्धकों को अपने-अपने क्षेत्रों में भवनों के विद्युत सम्बन्धी सुरक्षा प्रावधान नियमित रूप से ऑडिट किये जाने हेतु भी निर्देशित किया गया। साथ ही विद्युत/यांत्रिकी विभाग को प्राधिकरण के भवनों में भी वायरिंग सिस्टम एवं अन्य विद्युत सम्बन्धी प्रावधानों को चैक कर यह सुनिश्चित करने हेतु निर्देशित किया गया कि उक्त भवन सुरक्षित है तथा भवन में विद्युत सिस्टम ओवरलोड न हो। सिविल वर्क सर्किलों के वरिष्ठ प्रबन्धकों को अपने-अपने क्षेत्र में स्थित इमारतों में फायर सेफ्टी व्यवरथाओं का भी निरीक्षण समय-समय पर किये जाने हेतु निर्देश दिये गये।
अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी द्वारा अपने सम्बोधन में अग्निशमन विभाग से नौएडा क्षेत्र में निर्मित विभिन्न प्रकार के भवनों में क्या-क्या आवश्यक अग्नि सुरक्षा प्रावधान होने चाहिए इस आशय का प्रपत्र उपलब्ध कराने का अनुरोध किया, ताकि उक्त प्रपत्र के आधार पर नौएडा प्राधिकरण के परिसम्पत्ति विभाग सम्बन्धित आवासीय, औद्योगिक, संस्थागत वाणिज्यिक, ग्रुप हाउसिंग इकाइयों के आवंटियों को उक्त अग्नि सुरक्षा प्रावधान सुनिश्चित किये जाने हेतु नोटिस निर्गत किये जा सके। सम्बन्धित आवंटियों द्वारा इस आशय का प्रमाण-पत्र भी प्रस्तुत किया जाये कि उनके भवन में निर्धारित अग्नि-सुरक्षा उपाय कर लिये गये हैं।
प्रशिक्षण के दौरान उपस्थित कार्मिकों को आग की घटना के दौरान निम्नलिखित बातों का ध्यान रखने हेतु सुझाव दिये गये –फायर अलार्म बजाएं और जोर से चिल्लाकर लोगों को बताएं कि आग लगी है।
अग्निशामक दल को बुलाने के लिए 101 या 112 नंबर डायल करें।
धुएं से बचने के लिए, जितना हो सके उतना नीचे रहें।
यदि सम्भव हो, तो आग बुझाने हेतु अग्निशामक यंत्र का इस्तेमाल करें।
घायलों को सुरक्षित जगह पर ले जाएं और प्राथमिक चिकित्सा दें।
किसी बड़ी बिल्डिंग या ऑफिस में आग में फंसे हों तो तुरंत फायर अलार्म सक्रिय करें।
लिफ्ट के बजाय सीढ़ियों का ही उपयोग करें।
घटनास्थल पर भीड़ न होने दें, इससे फायर ब्रिगेड को काम करने में परेशानी होगी।
सामान जल रहा है तो पानी रेत फोम केमिकल का छिड़काव कर आग बुझाएं। अगर आग बिजली के तारों या शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी है तो पानी का इस्तेमाल न करें।
यदि आपके कपड़ो में आग लग जाए तो भागे नहीं, इससे आग और भड़केगी। ज़मीन पर लेट जाए और उलट पलट (रोल) करें। किसी कम्बल, कोट या भारी कपड़े से ढक कर आग बुझाएं।