नोएडा सीईओ का निर्देश, 30 अप्रैल तक परथला फ्लाईओवर करें चालू, अब नही बढ़ेगी मियाद
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नोएडा, 23 मार्च।
नौएडा की मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्रीमती रितु माहेश्वरी ने बुधवार को प्राधिकरण के सिविल अभियन्त्रिकी विभाग के वर्क सर्किल 1 से 10 की बैठक में विभिन्न प्रोजेक्ट्स की समीक्षा की, जिसमें सिविल से सम्बन्धित कार्यों की प्रगति, टेण्डर प्रक्रिया में चल रहे कार्यों, नये सैक्टरों के विकास की प्रगति, जी-20 के अन्तर्गत कराये जा रहे कार्यो, आर0डब्लू0ए0 के लम्बित प्रकरणों हेलीपोर्ट, पार्किंग, स्टेडियम, वृद्धाश्रम एवं अन्य महत्वपूर्ण प्रकरणों की समीक्षा की गई। उक्त बैठक में अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी (एम) अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी (पी.के.), उप महाप्रबन्धक (सिविल) एवं समस्त वर्क सर्किलों के वरिष्ठ प्रबन्धक उपस्थित रहे। मुख्य कार्यपालक अधिकारी महोदया द्वारा समीक्षा बैठक में महत्वपूर्ण निर्देश दिये गये।
नये सैक्टर-146, 162 164 की विकास परियोजनाओं की समीक्षा में उपलब्ध करायी गयी सूचना से संज्ञानित हुआ कि आमंत्रित निविदाओं की माह जनवरी / फरवरी, 2023 में प्राईस बिड खुलने के उपरांत भी अभी तक अनुबंध गठित नहीं किये गये हैं, जबकि प्राईस बिड खुलने के 10 दिन के अन्दर अनुबंध गठित हो जाना चाहिए, इस पर सीईओ ने नाराजगी व्यक्त की एवं निविदा प्रक्रिया में चल रहे समस्त कार्यों को निस्तारित करते हुए शीघ्र अतिशीघ्र प्रारम्भ कराये जाने के निर्देश दिये गये।
उन्होंने अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी को निर्देश दिये कि यदि कार्य में किसी प्रकार की बाधा आ रही है तो संबंधित विभाग के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी के साथ बैठ कर समस्या का समाधान करायें एवं बैठक में विधुत यांत्रिकी एवं सिविल विभाग के कार्य कर रहे निविदाकारों को भी बुलाया जाये। नये सैक्टरर्स में चल रहे ड्रेन / रोड के समस्त कार्यों को गति प्रदान करते हुए अप्रैल 2023 से पहले प्रत्येक दशा में पूर्ण कराये जायें। साथ ही 5 प्रतिशत आवासीय सैक्टर-145 में नाली, पुलिया आदि का आगणन मैं० राईट्स द्वारा बनवाकर एक सप्ताह में प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये। एक्सप्रेस-वे रिसर्फेसिंग का कार्य 31 मार्च 2023 तक पूर्ण कराने हेतु वरिष्ठ प्रबन्धक, वर्क सर्किल 10 को निर्देशित किया गया । हेलीपोर्ट, सैक्टर-151ए के सम्बंध में मै० राईट्स लि० को बुलाकर उनके द्वारा निविदा खोलने पर जो अर्हता दर्शायी गई है, उसके सम्बंध में बैठक कर इसको निस्तारित करने हेतु निर्देशित किया गया।
सैक्टर-21ए स्टेडियम में पी.पी.पी. मॉडल पर चल रहे तीन स्टेडियम यथा- क्रिकेट स्टेडियम, इंडोर स्टेडियम एवं शूटिंग स्टेडियम के संचालन उचित प्रकार से न होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुये खेल सुविधाओं को सही ढंग से संचालित न करने के कारण तीनों वेडर्स को बुलाने के निर्देश दिये गयें। स्टेडियम से प्राप्त हो रहे राजस्व एवं सुविधाओं पर हो रहे व्यय के संबंध में निर्देश दिये गये कि 1 अप्रैल 2023 से स्टेडियम में प्राप्त होने वाली राशि केवल एस्को एकाउंट में ही ली जायेगी। स्टेडियम की पार्किंग एवं टॉयलेट में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाये। अंतराष्ट्रीय मानकों के अनुसार खेल सुविधाओं के विकास हेतु अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी व्यक्तिगत रूप से इनका निरीक्षण कर कार्यवाही करेंगे। इसी प्रकार सर्फाबाद में निर्मित स्टेडियम का रख-रखाव सही न होने के कारण वेंडर को नोटिस दिये जाने के निर्देश दिये गये कि यदि सही प्रकार से खेल सुविधाओं को संचालित नही किया जायेगा तो उनकी निविदा निरस्त कर दी जायेगी। स्टेडियम में प्राप्त होने वाली राशि केवल एस्को एकाउंट में ही ली जाये तथा सर्फाबाद स्टेडियम में कुश्ती को बढ़ावा दिये जाने के निर्देश दिये गये।
एम0पी0-3 मार्ग के ऊपर पर्थला चौक पर फ्लाईओवर निर्माण कार्य एवं एक्सप्रेस-वे के चैनेज 2.36 किमी0 (सैक्टर-96 व 126 के मध्य) तथा एक्सप्रेस-वे चैनेज 10.300 किमी0 पर (एडवान्ट अण्डरपास) का कार्य 30.04.2023 तक पूर्ण करने हेतु निर्देश दिये गये तथा यह भी स्पष्ट किया गया कि कार्य इसी अवधि में पूर्ण हो जाना चाहिये इसके बाद कोई समय नहीं दिया जायेगा।
विभिन्न आर0डब्लू0ए0 द्वारा जो भी कार्य कराने की मांग की जा रही है, उन कार्यों को परीक्षण कर जो कार्य आवश्यक हैं उन सभी कार्यों के आगणन स्वीकृत कराते हुए निविदा निस्तारण की कार्यवाही 30.03.2023 तक पूर्ण करा ली जाये । सैक्टर-16, 18 में स्थित ओपन एयर थियेटर की उपयोगिता बढाये जाने तथा इसी प्रकार प्राधिकरण के अन्य अनुपयोगी ऐसे स्थल जो ओपन एयर थियेटर के रूप में उपयोग हो सकते हैं उनको चिन्हित किये जायेंगे। साथ ही सैक्टर-18 की पार्किंग के ऊपर स्थित कॉमर्शियल स्थल के संचालन हेतु कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया।
सैक्टर-14ए से महामाया फ्लाईओवर तक जाने वाले मार्ग का चौड़ीकरण कार्य होना है इस हेतु किसी कंसलटेंट को नियुक्त कर डिजाइन इत्यादि कार्यवाही शीघ्र पूर्ण करने तथा सैक्टर-16बी में एक्सप्रेस-वे से डी०एन०डी० पर चढ़ने वाले रोड के फुटपाथ पर उखड़ी हुई टाईलों को तत्काल ठीक कराने तथा कालिन्दी कुंज के तरफ की सडक सही कराने के निर्देश दिये गये।
वरिष्ठ प्रबन्धक, वर्क सर्किल 1 से 10 को म्यूरल्स / स्कपचलर और अधिक आकर्षक बनाये जाने हेतु और कंसलटेंट नियुक्त किये जाने के निर्देश दिये गये। साथ ही ऑपरेशन कायाकल्प के अन्तर्गत स्कूल एवं तालाबों के कार्य 20.04.2023 तक पूर्ण कराने के निर्देश दिये गये।
प्राधिकरण की जो महत्वपूर्ण परियोजनाएं पूर्ण होने वाली है उनके गुणवत्ता परख हेतु दोनों अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारियों को निर्देश दिये गये कि स्वयं उनका निरीक्षणडी० एन०डी० रोड पर मै० एन०टी०बी०सी०एल० कम्पनी के प्रतिनिधियों को शुक्रवार (24.03.2023) को बुलाकर बैठक करने हेतु वरिष्ठ प्रबन्धक, वर्क सर्किल – 1 को निर्देश दिये गये, जिससे कि डी०एन०डी० रोड पर जी-20 के दृष्टिगत किये जाने वाले कार्यो को संपादित कराया जा सके। साथ ही डी०एन०डी० से जो भूमि वापस ली जानी है, उसके लिए मै० एन०टी०बी०सी०एल० कम्पनी से पत्राचार कर शीघ्र भूमि वापस लेने हेतु वरिष्ठ प्रबन्धक, वर्क सर्किल – 1 को निर्देशित किया गया।
मेट्रो स्टेशन सैक्टर-51, 52 की कनेक्टिविटी हेतु निर्मित किये जा रहे फुट ओवर ब्रिज के कार्य में तेजी लाने हेतु वरिष्ठ प्रबन्धक, वर्क सर्किल -3 को निर्देश दिये गये । भंगेल एलीवेटेड रोड के कार्य में विलम्ब हेतु संविदाकार को नोटिस दिये जाने तथा एलीवेटेड रोड के नीचे मौजूद गंदगी की साफ-सफाई कराने के निर्देश दिये गये ।
आगामी वर्षा ऋतु के दृष्टगत निर्देश दिये गये कि वाटर लॉगिंग प्वाइण्ट / अण्डरपास जहां जल भराव की संभावना रहती है ऐसे स्थलों को चिन्हित कर अण्डरपास को कवर किये जाने हेतु आगणन प्रस्तुत कर अतिशीघ्र कार्य प्रारम्भ कराया जाये ।
डी०एन०डी० से शहदरा डेन पर इंट्रीगेट एवं सैक्टर-14ए इंट्रीगेट के सौंदर्यीकरण के कार्य अनुबंध एक माह में पूर्ण कर अप्रैल से कार्य शुरू कराने के निर्देश दिये गये ।
बैठक में यह भी निर्देश दिये गये कि खाली पडे भूखण्डों की साफ-सफाई करायी जाये तथा सेंट्रल वर्ज की पेटिंग, दिशा सूचक बोर्ड, फुटपाथ मरम्मत, सड़क के किनारों पर उखडी टाईल्स, सडकों पर मौजूद गडढे आदि का अनुरक्षण वार्षिक अनुरक्षण अनुबंध से सही कराया जाये, इस कार्य में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। बैठक में मौजूद अधिकारियों द्वारा अनुरक्षण कार्य कराये जाने से अवगत कराया गया जिस पर सीईओ द्वारा निर्देश दिये गये कि वह स्वयं स्थल का निरीक्षण करेंगी यदि कहीं भी कमी पायी गयी तो संबंधित अधिकारी की जिम्मेदारी नियत की जायेगी।
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