सीबीएसई की परीक्षा तिथियों में बदलाव की मांग
1 min readगौतमबुद्धनगर पेरन्ट्स वेलफेयर सोसाइटी ने सीबीएसई को दिया सुझाव
नोएडा, 9 जुलाई। तीन दिन पूर्व सी. बी. एस. ई. बोर्ड ने चल रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए कक्षा 10 व 12 की परीक्षा को दो भागों में आयोजित करने का निर्णय लिया था जिसमे पूरे वर्ष के पाठ्यक्रम को दो बराबर भागों में बांटा गया था तथा प्रथम 50 प्रतिशत पाठ्यक्रम की परीक्षा का प्रत्येक प्रश्न-पत्र 90 मिनट के वैकल्पिक प्रश्नों पर आधारित होगा तथा नवंबर-दिसंबर 2021 में लिया जाएगा जबकि बाकी बचे हुए 50 प्रतिशत पाठ्यक्रम की 2 घंटे की परीक्षा सब्जेक्टिव प्रश्न-पत्र पर आधारित होगी तथा मार्च-अप्रैल 2022 में विद्यार्थियों को देनी होगी। गौतमबुद्धनगर पेरेंट्स वेल्फेयर सोसाइटी (जीपीडब्ल्यूएस) ने प्रथम भाग की 90 मिनट के ऑब्जेक्टिव प्रश्नो पर आधारित परीक्षा को नवंबर-दिसम्बर से सितंबर-अक्टूबर में पूर्व-स्थगित करने के लिए सी.बी. एस. ई. के चेयरमैन को निवेदन किया है।
जीपीडब्ल्यूएस के संस्थापक मनोज कटारिया ने बताया कि हमने सी. बी. एस. ई. चेयरमैन श्री मनोज आहूजा को पत्र (मेल) इसलिए लिखा है कि प्रथम भाग की 90 मिनट की वस्तुनिष्ठ परीक्षा के लिए विद्यार्थियों के पास 8 महीने का समय है और जबकि बाकी 50 प्रतिशत पाठ्यक्रम के द्वितीय भाग की 2 घंटे की सब्जेक्टिव प्रश्न-पत्र के केवल दो या तीन माह का समय दिया गया है जिसमे विद्यार्थियों को अपना पाठ्यक्रम भी खत्म करना होगा तथा साथ में बोर्ड के प्रैक्टिकल तथा रिवीजन भी करना होगा। विद्यार्थियों को संतुलित अध्ययन करने के लिए उनके पाठ्यक्रम के साथ-साथ उनके अध्ययन के समय को भी इस सत्र को दो बराबर भाग में विभाजित करना चाहिए। अन्यथा विद्यार्थियों को अपनी द्वितीय भाग की परीक्षा की तैयारी करने के लिए मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा।
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