अब यूपी में विधानपरिषद की 36 सीटों के लिए बीजेपी और सपा में होगा शक्ति परीक्षण, बुलंदशहर सीट पर कौन?
1 min readलखनऊ, 13 मार्च।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी में गठबंधन दलों के साथ मिलकर 273 सीट जीती और प्रदेश में अब नई सरकार बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है वहीं समाजवादी पार्टी ने अपने गठबंधन के साथ मिलकर लगभग 125 सीटें जीती हैं 2017 के मुकाबले समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोक दल मजबूत हुए हैं अब इन दोनों की एक ताकत आजमाइश अप्रैल में होने वाले विधान परिषद चुनाव में होने जा रही है।
पूरे प्रदेश में 36 एमएलसी सीट के लिए चुनाव होना है यही नहीं अप्रैल से लेकर जुलाई तक 19 विधान परिषद के सदस्यों का कार्यकाल भी समाप्त हो रहा है इनके लिए भी चुनाव होंगे भाजपा चुनाव में हारे हुए अपने बड़े नेताओं को वापस लाएगी वहीं समाजवादी पार्टी भी कुछ ऐसे नेताओं को विधान परिषद में लाएगी जिनकी दल में अहम भूमिका रही है विधानसभा चुनाव में कम सीट मिलने की वजह से बसपा और कांग्रेस अब विधान परिषद में कोई चुनाव नहीं लड़ा पाएगी।
इन विधान परिषद के सदस्यों का होना है चुनाव
अभी तक की जानकारी के मुताबिक चुनाव की प्रक्रिया 15 मार्च से शुरू होने जा रही है अगर होली की वजह से प्रोग्राम नहीं बदला तो 9 अप्रैल को चुनाव होगा और 12 अप्रैल को मतगणना होगी चुनाव आयोग की कार्यक्रम के अनुसार 15 मार्च से नामांकन की प्रक्रिया शुरू होगी तो 19 मार्च नामांकन दाखिल करने का अंतिम तिथि है वैसे 19 मार्च को होली की वजह से यह तिथि बदली जा सकती है। 21 मार्च नामांकन की जांच और 23 मार्च तक नामांकन वापस लेने का समय है।
यह चुनाव इन 30 सीटों पर होगा
इनमें मुरादाबाद -बिजनौर, रामपुर -बरेली, बदायूं ,पीलीभीत- शाहजहांपुर, हरदोई ,खीरी ,सीतापुर, लखनऊ- उन्नाव, रायबरेली ,प्रतापगढ़, सुल्तानपुर ,बाराबंकी, बहराइच, आजमगढ़ -मऊ, गाजीपुर, जौनपुर, वाराणसी, मिर्जापुर- सोनभद्र, इलाहाबाद, बांदा- हमीरपुर, झांसी- जालौन- ललितपुर, कानपुर- फतेहपुर ,इटावा- फर्रुखाबाद, आगरा- फिरोजाबाद, मथुरा, एटा- मैनपुरी, अलीगढ़ ,बुलंदशहर, मेरठ- गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर- सहारनपुर आदि में पहले चरण में चुनाव होगा ।दूसरे चरण में 6 सीट पर चुनाव होगा इनमें गोंडा, फैजाबाद, बस्ती -सिद्धार्थनगर, गोरखपुर- महाराजगंज, देवरिया वह बलिया विधान परिषद सीट हैं
2016 में 31 सीट सपा ने जीती थी
खास बात यह है कि 2016 के चुनाव में इन 36 सीटों में 31 समाजवादी पार्टी ने जीती थी दो पर बसपा एक कांग्रेस और दो निर्दलीय सदस्य चुने गए थे यही नहीं जिन 19 सदस्यों का चुनाव अप्रैल से लेकर जुलाई 2022 तक होना है उन्हें भी 12 सदस्य सपा के हैं देखना होगा कि उत्तर प्रदेश विधान परिषद में भाजपा के सदस्यों की संख्या बढ़ाने के लिए किन चेहरों को चुनाव मैदान में उतारा जाएगा और किन का मनोनयन होगा ऐसे ही समाजवादी पार्टी में किन नेताओं को विधान परिषद के चुनाव लड़ा जाएंगे खास बात यह है इन चुनावों में नगर निगम नगर पालिका नगर पंचायत है जिला पंचायत क्षेत्र पंचायत छावनी बोर्ड के सदस्य मतदान करते हैं
क्या होगा गौतमबुद्धनगर -बुलंदशहर सीट पर
2016 के चुनाव में 938 मतदान केंद्रों पर 124491 मतदाताओं ने वोट डाले थे 140000 की करीब हो सकती है गौतम बुध नगर जिले में इस समय नरेंद्र भाटी एमएलसी हैं वह समाजवादी पार्टी की कोठी चुने गए 2022 के चुनाव से पहले नरेंद्र भाटी बीजेपी में शामिल हो गए अब एमएलसी के इस चुनाव में क्या गौतम बुध नगर या बुलंदशहर की की सीट बीजेपी के नेता लड़ेंगे या सपा से बीजेपी में शामिल हुए नरेंद्र भाटी इस पर चर्चा जोरों से है खास बात और भी है कि 2017 के बाद से जिला गौतम बुध नगर की राजनीति का चेहरा बिल्कुल बदल गया है बसपा में सांसद रहे सुरेंद्र नागर बीजेपी में है सपा के एमएलसी रहे नरेंद्र भाटी बीजेपी में है जेवर सीट से एमएलए रहे पूर्व मंत्री वेदराम भाटी बीजेपी में हैं इस सीट पर बीजेपी के सबसे पुराने नेता तेजा गुर्जर ने भी दावा जताया है पश्चिम उत्तर प्रदेश में किसान मोर्चा के क्षेत्रीय अध्यक्ष भी हैं तुगलपुर के रहने वाले हैं इनके अलावा भी कई नेताओं की नजर इस एमएससी की सीट पर है सबसे बड़ी बात यह है कि गौतम नगर जिले और बुलंदशहर जिले की सभी सीटें बीजेपी ने जीती हैं कार्यकर्ता को इनाम देने का अब नंबर आ गया है देखना होगा कि किस नेता की लॉटरी खुलेगी।
(Noidakhabar.com के लिए वरिष्ठ पत्रकार विनोद शर्मा की विशेष रिपोर्ट)
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