कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा, बीजेपी और अरविंद केजरीवाल के बीच है दुरभि संधि
1 min readलखनऊ, 31 अगस्त।
श्री प्रमोद तिवारी, सांसद, राज्य सभा एवं सदस्य, केन्द्रीय कांग्रेस वर्किंग कमेटी एवं श्रीमती आराधना मिश्रा मोना, नेता, कांग्रेस विधान मण्डल दल, उ.प्र. ने कहा है कि आज जब दिल्ली के मुख्यमन्त्री श्री अरविंद केजरीवाल जी को पत्र लिखकर सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे जी ने उन्हें सत्ता के नशे में चूर और ऐतिहासिक आन्दोलन को नुकसान पहुँचाने वाला बताया तो श्री केजरीवाल जी का यह बयान कि भारतीय जनतापार्टी श्री अन्ना हजारे का इस्तेमाल कर रही है, और भा.ज.पा. श्री अन्ना हजारे के कंधे पर बन्दूक रखकर मेरे खिलाफ चला रही है, यह भा.ज.पा. के इशारे पर हो रहा है, बड़ा ही हास्यास्पद लगता है ।
नेता द्वय ने कहा कि वर्ष 2013-14 में दिल्ली के रामलीला मैदान में श्री अन्ना हजारे जी के आन्दोलन, जिसके जनक स्वयं श्री अरविन्द केजरीवाल जी थे, और जब श्री हजारे को महाराष्ट्र के रालेगन सिद्धि गाँव से लाकर रामलीला मैदान में अनशन एवं आन्दोलन कराया था, तो उस समय कांग्रेस सहित कई पत्रकारों, राजनैतिक विश्लेषण कर्ताओं तथा तमाम राजनैतिक पण्डितों ने आंकलन किया था कि श्री अन्ना हजारे जी के आन्दोलन को भारतीय जनता पार्टी ने प्रायोजित किया है और श्री केजरीवाल जी उसके संयोजक / निमित्त बने उस समय श्री अरविंद केजरीवाल जी के सहयोगियों ने इसे असत्य एवं झूठा करार दिया था जबकि राजनैतिक पर्यवेक्षकों का कहना था कि वहाँ रामलीला मैदान में खाने- पीने सहित तमाम सुविधायें “पिकनिक” मनाने जैसा माहौल था, करोड़ों खर्च हुये थे, जिसे भारतीय जनता पार्टी फण्डिंग कर रही थी ।
तब उस समय श्री अरविंद केजरीवाल जी को दिल्ली के मुख्यमन्त्री का पद दिख रहा था और उन्होंने श्री अन्ना हजारे जी का दुरुपयोग करके सत्ता हासिल की थी, तब उस समय तो भारतीय जनतापार्टी और श्री अरविंद केजरीवाल जी दोनों का फायदा हो रहा था, और उन्होंने दुरभि संधि करके 2जी, 3जी और कोलगेट एवं लोकपाल पद न बनाने के आरोप लगाये थे और आज जब अनुमानित कीमत से कम पर स्पेक्ट्रम की नीलामी हुई, तब तो श्री केजरीवाल जी एक शब्द भी नहीं बोले । भारतीय जनतापार्टी को केन्द्र की सत्ता, श्री अरविंद केजरीवाल जी को दिल्ली की सत्ता तथा तत्कालीन भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक श्री विनोद कुमार राय को सत्ता का सुख मिला, और आज ये “तीनो” भ्रष्टाचार के मामले में रहस्यमयी खामोशी साधे हुये थे।
नेता द्वय ने आरोप लगाते हुये कहा है कि वर्ष 2014 में गलत तथ्य और गलत साक्ष्य देकर भ्रष्टाचार की त्रिवेणी (भारतीय जनतापार्टी, आम आदमी पार्टी और श्री विनोद कुमार राय) ने कांग्रेस की निर्वाचित सरकार को झूठा बदनाम किया और वर्ष 2014 में सत्ता हासिल की थी ।
नेता द्वय ने कहा है कि मेरा अनुरोध है कि आज जो कुछ दिल्ली में हो रहा है वह दुरभि सन्धि ही है । गुजरात प्रदेश के चुनाव से घबराई हुई भारतीय जनतापार्टी श्री अरविंद केजरीवाल से मिलकर एक तीसरा पक्ष खड़ा कर रही है जिससे विपक्ष के वोटों का बंटवारा हो सके । नगर निगमों के चुनाव में मिले मत और हुये बंटवारे मेरे आरोप की पुष्टि करता है । याद रहे कांग्रेस ने पिछले विधान सभा चुनाव में भा. ज. पा. को डबल डिजिट पर ला दिया था ।
नेता द्वय ने कहा है कि महामहिम राष्ट्रपति पद पर आदिवासी कार्ड” खेलकर भारतीय जनतापार्टी ने राजनैतिक लाभ लेने की कोशिश की, लेकिन एक महीने भी नहीं बीता है कि भारत वर्ष के सबसे प्रतिष्ठित आदिवासी परिवार सोरेन परिवार को झारखण्ड में सत्ता से हटाने के लिये भा.ज.पा. ऑपरेशन लोटस को जिस गंदे ढंग से अंजाम दे रही है, और निर्वाचित पढ़े लिखे आदिवासी मुख्यमंत्री को सत्ता से हटाने के लिये सभी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है, उससे भा.ज.पा. के चेहरे से मुखौटा उतर जाता है और उसका ऐण्टी आदिवासी असली चेहरा जनता के सामने आ जाता है ।
सनद रहे कि झारखण्ड में भा.ज.पा. के रहे मुख्यमन्त्री श्री राम सुन्दर दास जी न तो आदिवासी थे और न ही झारखण्ड के मूल निवासी ही थे इस पूरे खेल में जो शिकायत की गयी थी वह भारतीय जनतापार्टी के निर्वाचित सांसद ने ही की थी कांग्रेस पार्टी माननीय सर्वोच्च न्यायालय से सदन तक, और जनता के बींच में इसकी लड़ाई लड़ेगी और सोरेन परिवार के साथ मजबूती के साथ खड़ी रहेगी, तथा आदिवासी मुख्यमन्त्री को बचायेगी ।
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