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नोएडा में पेड़ों को ऊंचाई को लेकर कोनरवा की प्राधिकरण की एसीईओ के साथ हुई मीटिंग

नोएडा, 02 जून।
कन्फेडरेशन ऑफ एनसीआर रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (CONRWA) के पदाधिकारियों ने सोमवार को नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ श्रीमती वंदना त्रिपाठी के साथ होर्टिकल्चर विभाग से जुड़ी समस्याओं पर एक महत्वपूर्ण बैठक की। बैठक में CONRWA के अध्यक्ष पी.एस. जैन, महासचिव राजीव गर्ग और सह-संयोजक लोकेश कश्यप उपस्थित रहे।
बैठक का मुख्य उद्देश्य आवासीय सेक्टरों में पेड़ों की ऊंचाई, टूटने से होने वाली बिजली आपूर्ति में रुकावट, वाहनों को नुकसान और जान-माल के नुकसान की संभावना जैसे मुद्दों पर चर्चा करना था। CONRWA द्वारा 26 मई 2025 को लिखे गए पत्र में इन समस्याओं का उल्लेख किया गया था, जिसकी ACEO ने सराहना की। पत्र में सुझाव दिया गया कि पेड़ों की अधिकतम ऊंचाई 20-25 फीट तक सीमित होनी चाहिए और उनकी छंटाई कर छतरी का आकार दिया जाना चाहिए, ताकि शहर की सुंदरता बढ़े, स्वच्छ ऑक्सीजन मिले और पर्यावरण शुद्ध हो।
CONRWA ने बताया कि 40-45 फीट ऊंचे पेड़ न तो ऑक्सीजन प्रदान करते हैं, न पर्यावरण सुधार में योगदान देते हैं और न ही शहर की सुंदरता बढ़ाते हैं। इसके अलावा, आंधी में ऐसे पेड़ टूटने से बिजली के तार क्षतिग्रस्त होते हैं, जिससे बिजली आपूर्ति बाधित होती है और सड़कें अवरुद्ध हो जाती हैं।
जब CONRWA ने होर्टिकल्चर नीति की जानकारी मांगी, तो श्रीमती त्रिपाठी ने बताया कि वर्तमान में कोई स्पष्ट नीति नहीं है और वन विभाग के निर्देशों के आधार पर कार्रवाई की जाती है। कुछ कानूनी प्रावधानों में पेड़ों की ऊंचाई न काटने का उल्लेख है, जिसका पालन किया जा रहा है। इस पर CONRWA ने कहा कि इतने वर्षों से स्थापित नोएडा प्राधिकरण को इस मुद्दे पर ठोस नीति बनानी चाहिए थी।
CONRWA अध्यक्ष पी.एस. जैन ने निकटवर्ती राज्यों की होर्टिकल्चर नीति की प्रति ACEO को सौंपी, जिसे देखकर उन्होंने आश्वासन दिया कि संबंधित विभागों से चर्चा कर नीति तैयार की जाएगी। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि ऊंचे पेड़ों को काटना जरूरी है, लेकिन संसाधनों की कमी के कारण यह चुनौतीपूर्ण है।
ACEO ने जल्द ही नीति तैयार करने और आवश्यक संसाधनों जैसे वाहनों की व्यवस्था करने का वादा किया, ताकि शहर को सुंदर बनाया जा सके और आंधी के दौरान पेड़ टूटने, बिजली आपूर्ति बाधित होने और सड़क अवरुद्ध होने जैसी समस्याओं में कमी आए।
बैठक सौहार्दपूर्ण और सार्थक रही। CONRWA ने इस दिशा में प्राधिकरण के सहयोग की सराहना की और उम्मीद जताई कि जल्द ही ठोस कदम उठाए जाएंगे।

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