नोएडा, (नोएडा खबर)
नेशनल डॉक्टर डे के अवसर पर फेलिक्स हॉस्पिटल, नोएडा में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में हॉस्पिटल के चेयरमैन डॉ. डीके गुप्ता ने डॉक्टरों, नर्सिंग स्टाफ और हेल्थ वर्कर्स की सेवा, समर्पण और संवेदना की भावना को सराहा। उन्होंने कहा कि डॉक्टर केवल मरीजों का इलाज ही नहीं करते, बल्कि संकट के समय समाज की रीढ़ बनकर उम्मीद और भरोसा जगाते हैं।
डॉ. गुप्ता ने सैकड़ों स्वास्थ्यकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा, “डॉक्टर का पेशा सिर्फ करियर नहीं, बल्कि मानवता की सेवा और समर्पण का उच्चतम रूप है। हर डॉक्टर की डिग्री के पीछे सालों की मेहनत, अनगिनत रातों की जाग और परिवार से दूरी का त्याग होता है।” उन्होंने कोविड-19 महामारी के कठिन दौर को याद करते हुए बताया कि कैसे डॉक्टरों ने पीपीई किट पहनकर घंटों काम किया, महीनों छुट्टियां नहीं लीं और अपनों से दूर रहकर भी मरीजों की सेवा की। “यह दौर किसी युद्ध से कम नहीं था। डॉक्टरों की आंखों में आंसू और थकावट दिखी, लेकिन हिम्मत कभी नहीं टूटी,” उन्होंने कहा।
डॉ. गुप्ता ने जोर देकर कहा कि भारत में डॉक्टर बनना आसान नहीं है। उन्होंने फेलिक्स हॉस्पिटल की टीम को देश के सच्चे योद्धा बताते हुए उनकी मेहनत को हॉस्पिटल की पहचान बताया। उन्होंने मरीजों को न केवल इलाज, बल्कि मुस्कान, उम्मीद और विश्वास देने की अपील की।
नेशनल डॉक्टर डे को उन्होंने केवल धन्यवाद का दिन नहीं, बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं की चुनौतियों को समझने और डॉक्टरों की सामाजिक स्थिति सुधारने की प्रेरणा का दिन बताया। उन्होंने समाज से डॉक्टरों का सम्मान करने, उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने और उनके कार्य को सहज बनाने का प्रण लेने का आह्वान किया।
फेलिक्स हॉस्पिटल की समर्पित टीम को बधाई देते हुए डॉ. गुप्ता ने कहा, “आप सभी मरीजों को परिवार की तरह सेवा देते हैं, यही हमारी ताकत है।” यह आयोजन डॉक्टरों के योगदान को सम्मानित करने और उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का एक सशक्त मंच साबित हुआ।