
ग्रेटर नोएडा, (नोएडा खबर)
भारत के संवैधानिक ढांचे, लोकतांत्रिक मूल्यों और आपातकाल के ऐतिहासिक प्रभावों के बारे में महिलाओं को जागरूक करने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल के तहत, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) महिला मोर्चा, पश्चिम उत्तर प्रदेश ने सोमवार को गौतम बुद्ध जेएन ग्रुप, नॉलेज पार्क-2 में एक विचारोत्तेजक और भव्य मॉक पार्लियामेंट (महिला संसद) सत्र का आयोजन किया।
भारत के संवैधानिक ढांचे, लोकतांत्रिक मूल्यों और आपातकाल के ऐतिहासिक प्रभावों के बारे में महिलाओं को जागरूक करने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल के तहत, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) महिला मोर्चा, पश्चिम उत्तर प्रदेश ने सोमवार को गौतम बुद्ध जेएन ग्रुप, नॉलेज पार्क-2 में एक विचारोत्तेजक और भव्य मॉक पार्लियामेंट (महिला संसद) सत्र का आयोजन किया।
इस आयोजन का उद्देश्य महिलाओं को आपातकाल जैसे महत्वपूर्ण और संवेदनशील ऐतिहासिक अध्याय के संवैधानिक और सामाजिक प्रभावों से परिचित कराना था। सत्र की शुरुआत एक गरिमामय अध्यक्षीय अभिभाषण के साथ हुई, जिसके बाद प्रश्नकाल में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, न्यायपालिका की स्वायत्तता, नागरिक अधिकारों पर प्रतिबंध और मीडिया सेंसरशिप जैसे गंभीर मुद्दों पर गहन चर्चा हुई।मुख्य बहस “आपातकाल की संवैधानिक वैधता” पर केंद्रित रही। पक्ष और विपक्ष दोनों ने ऐतिहासिक तथ्यों, संवैधानिक प्रावधानों और नैतिक दृष्टिकोण के आधार पर अपने तर्क प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किए। विपक्ष ने आपातकाल को “संविधान की आत्मा पर सीधा प्रहार” करार दिया, जबकि सरकार पक्ष ने इसे “राष्ट्रीय अखंडता और सुरक्षा के लिए अपरिहार्य निर्णय” बताया।
सत्र की अध्यक्षता भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद श्रीमती गीता शाक्या ने की, जो महिलाओं की सशक्त आवाज के रूप में जानी जाती हैं। मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित पूर्व सांसद और भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य श्रीमती सुनीता दुग्गल ने अपने ओजस्वी उद्बोधन में आपातकाल की विभीषिका का विस्तृत वर्णन किया और इसे भारतीय लोकतंत्र का “काला अध्याय” बताया।राज्यसभा सांसद श्रीमती कांता कर्दम ने सभापति के रूप में गरिमापूर्ण संचालन किया, जबकि पूर्व महापौर श्रीमती आशा शर्मा ने उपसभापति की भूमिका निभाई। सरकारी पक्ष की ओर से प्रमुख वक्ताओं में विधायक श्रीमती अंजुला मोर, डॉ. मंजू शिवाच, श्रीमती सलोना कुशवाहा, पूर्व विधायक श्रीमती कमलेश सैनी, महापौर श्रीमती हेमलता दिवाकर, प्रदेश महामंत्री और कार्यक्रम संयोजक श्रीमती रश्मि रावल, पश्चिम क्षेत्र अध्यक्ष और सह-संयोजक श्रीमती वर्षा कौशिक, क्षेत्र अध्यक्ष श्रीमती मधुलिका राघव, प्रदेश मंत्री श्रीमती रुचि गर्ग, सोशल मीडिया प्रमुख श्रीमती सुचित्रा कंकर, श्रीमती मोनिका चौधरी और पूर्व राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य श्रीमती शिखा सिंह ठाकुर शामिल रहीं।
विपक्ष की ओर से श्रीमती अंजू वॉरियर, श्रीमती राखी त्यागी, श्रीमती नीलम हरेंद्र, श्रीमती रजनी गॉर्ड और श्रीमती पायल अग्रवाल ने लोकतांत्रिक अधिकारों के दमन की आलोचना करते हुए आपातकाल की कड़ी निंदा की।सत्र का समापन मतवाचन और श्रीमती गीता शाक्या के प्रेरणादायी संबोधन के साथ हुआ, जिसमें उन्होंने प्रतिभागियों की विवेकपूर्ण प्रस्तुति, राजनीतिक समझ और सक्रिय भागीदारी की सराहना की और इसे राष्ट्र के उज्ज्वल भविष्य की दिशा में एक सकारात्मक कदम बताया।
जिला अध्यक्ष श्री अभिषेक शर्मा के नेतृत्व और मार्गदर्शन में यह आयोजन अनुशासित, सुसंगठित और उद्देश्यपूर्ण रहा। आयोजन की सफलता में भाजपा महिला मोर्चा की क्षेत्रीय उपाध्यक्ष श्रीमती मोनिका पंडित, क्षेत्रीय सचिव श्रीमती कविता सिरोही, श्रीमती सिद्धि प्रदान, क्षेत्रीय सदस्य श्रीमती अंजना त्यागी, श्रीमती कादंबरी कौशिक, श्रीमती ज्योति चौहान, जिला अध्यक्ष श्रीमती रजनी तोमर, जिला महामंत्री श्री धर्मेंद्र कोरी, मीडिया प्रभारी श्री कर्मवीर आर्य, श्री शेखर नागर, श्री सुनील भाटी, श्रीमती शक्ति रावल, श्री आर्य कुमार, श्री पंकज अग्रवाल, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य श्रीमती अपर्णा त्रिपाठी, और जिला अध्यक्ष श्रीमती आरती मिश्रा व श्रीमती बीना शुक्ला की सराहनीय भूमिका रही।
इस आयोजन की सफलता ने भाजपा महिला मोर्चा की संगठनात्मक क्षमता और समर्पण को रेखांकित किया, जिससे यह महिलाओं के राजनीतिक सशक्तिकरण के लिए एक प्रेरणादायी और अनुकरणीय पहल बन गया।