डीजीपी राजीव कृष्ण ने बताया कि कुल 11 टीमें बनाई गई हैं, जो संगठित अपराध, महिला सुरक्षा, साइबर अपराध, और जन शिकायतों के समाधान जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर ध्यान देंगी। इन टीमों का उद्देश्य कानून व्यवस्था को बेहतर ढंग से लागू करना और जनता के बीच पुलिस के प्रति विश्वास को बढ़ाना है। उन्होंने जोर देकर कहा कि अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति बरकरार रहेगी और तकनीक, विशेष रूप से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), का उपयोग पुलिस कार्यप्रणाली को और उन्नत करने में किया जाएगा।
यह कदम DGP राजीव कृष्ण के उस 10-सूत्रीय एजेंडे का हिस्सा है, जिसे उन्होंने हाल ही में लागू करने की घोषणा की थी। इस एजेंडे में पुलिस प्रशिक्षण, तकनीकी जांच, और जन-केंद्रित पुलिसिंग पर विशेष जोर दिया गया है।
सुलतानपुर के हालिया दौरे के दौरान भी DGP ने अधिकारियों को संगठित अपराध और माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। साथ ही, उन्होंने महिला सुरक्षा को प्राथमिकता देने और पुलिस प्रशिक्षण को मजबूत करने पर बल दिया।