नोएडा: रूसी प्रतिनिधिमंडल ने किया एमिटी विश्वविद्यालय का दौरा: भारत-रूस शैक्षणिक और सांस्कृतिक सहयोग बढाने को उत्सुक

नोएडा, (नोएडा खबर डॉट कॉम)

भारत और रूस के बीच शैक्षणिक और सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, रूसी प्रतिनिधिमंडल ने आज एमिटी विश्वविद्यालय, नोएडा का दौरा किया। रूसी फेडरेशन के विज्ञान और उच्च शिक्षा मंत्रालय की निदेशक और फार ईस्टर्न फेडरल यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर डॉ. गिच ओल्गा के नेतृत्व में छह रूसी छात्रों ने इस दौरे में हिस्सा लिया।

प्रतिनिधिमंडल ने भारतीय उद्योग, संस्कृति, खानपान और खेलों के बारे में जानकारी हासिल की। एमिटी ग्रुप वाइस चांसलर डॉ. गुरिंदर सिंह ने प्रतिनिधिमंडल का गर्मजोशी से स्वागत किया।
डॉ. गिच ओल्गा ने एमिटी के शैक्षणिक पाठ्यक्रमों और अनुसंधान कार्यक्रमों की प्रशंसा करते हुए कहा, भारत और रूस का रिश्ता दशकों पुराना है। एमिटी के अकादमिक ढांचे और अनुसंधान सुविधाओं ने हमें प्रभावित किया है। हम छात्रों और शिक्षकों के आदान-प्रदान, संयुक्त सम्मेलनों और प्रोजेक्ट्स के माध्यम से एमिटी के साथ सहयोग बढ़ाने के लिए उत्साहित हैं। एमिटी की आतिथ्यता ने हमें अभिभूत किया है।

डॉ. गुरिंदर सिंह ने कहा, “रूसी प्रतिनिधिमंडल को भारत की संस्कृति और व्यापारिक संभावनाओं से परिचित कराना हमारे लिए गर्व का क्षण है। हम रूसी विश्वविद्यालयों के साथ डुअल डिग्री प्रोग्राम, संयुक्त शोध परियोजनाएं, और लघु अवधि के प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करना चाहते हैं। इसके अलावा, भारत और रूस में संयुक्त कैंपस और उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करने, रूसी फाउंडेशन प्रोग्राम में भागीदारी, और दोनों देशों के बीच छात्रों-शिक्षकों के आवागमन को बढ़ावा देने की योजना है।

दौरे के दौरान रूस-भारत राउंडटेबल का आयोजन हुआ, जिसमें दोनों देशों के छात्रों ने वैज्ञानिक, प्रौद्योगिकी, और व्यापारिक प्रोजेक्ट्स के साथ-साथ विश्वविद्यालय स्तर के अवसरों पर विचार-विमर्श किया।

प्रतिनिधिमंडल ने एमिटी के टाटा टेक प्रयोगशाला, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) प्रयोगशाला, केंद्रीय पुस्तकालय, एमिटी स्कूल ऑफ कम्युनिकेशन स्टूडियो, और एमिटी इनोवेशन इंक्यूबेटर का दौरा किया। इन अत्याधुनिक सुविधाओं ने रूसी प्रतिनिधियों को प्रभावित किया और भविष्य के सहयोग की संभावनाओं को रेखांकित किया।भविष्य की दिशायह दौरा दोनों देशों के बीच शैक्षणिक, सांस्कृतिक, और अनुसंधान सहयोग को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। एमिटी और रूसी संस्थानों के बीच संयुक्त परियोजनाएं और आदान-प्रदान कार्यक्रम न केवल अकादमिक क्षेत्र को समृद्ध करेंगे, बल्कि दोनों देशों के युवाओं के बीच सांस्कृतिक समझ को भी गहरा करेंगे।

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