ग्रेटर नोएडा(नोएडा खबर डॉट कॉम)
जिलाधिकारी गौतम बुद्ध नगर मेधा रूपम ने जनपद में नशे के अवैध कारोबार पर कड़ा रुख अपनाते हुए अधिकारियों को सख्त चेतावनी दी है। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि स्कूल, कॉलेज और अन्य शिक्षण संस्थानों के आसपास सिगरेट, गुटखा या किसी भी प्रकार के नशीले पदार्थों की बिक्री की दुकानें नहीं होनी चाहिए।
मंगलवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय में नार्को कोर्डिनेशन सेंटर के अंतर्गत गठित जिला स्तरीय समिति की बैठक में डीएम ने इस मुद्दे पर गंभीर चिंता जताई और तत्काल कार्रवाई के आदेश दिए।डीएम ने कहा कि यदि शिक्षण संस्थानों के आसपास ऐसी दुकानें पाई जाती हैं, तो उन्हें तुरंत हटाया जाए। इसके लिए संबंधित विभागों को नियमित अभियान चलाने के निर्देश दिए गए। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह केवल कानून-व्यवस्था का मामला नहीं, बल्कि युवा पीढ़ी के भविष्य को बचाने की सामाजिक जिम्मेदारी भी है। बैठक में डीएम ने नशे के दुष्प्रभावों से युवाओं को बचाने के लिए ड्रग्स एडिक्ट व्यक्तियों का डेटा बेस तैयार करने और उनकी काउंसलिंग करने का निर्देश दिया। साथ ही, आबकारी विभाग को 21 वर्ष से कम आयु के युवाओं को शराब बिक्री पर सख्ती से रोक लगाने और उल्लंघन करने वालों के लाइसेंस रद्द करने की चेतावनी दी।
जिलाधिकारी ने पुलिस, आबकारी और प्रशासन की संयुक्त टीम गठित कर अवैध नशे के कारोबार पर प्रभावी अंकुश लगाने और नियमित निरीक्षण करने का आदेश दिया। इसके अलावा, स्कूलों, कॉलेजों और ग्रामीण स्तर पर नशे के खिलाफ जनजागरूकता अभियान चलाने पर भी जोर दिया गया। डीएम ने बिना लाइसेंस संचालित होने वाले बार्स के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। बैठक में अपर जिलाधिकारी अतुल कुमार, जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार, एसीपी कल्पना गुप्ता सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
डीएम की इस सख्ती से साफ है कि गौतम बुद्ध नगर में नशे के कारोबार पर अब शिकंजा कसने की तैयारी है, खासकर शिक्षण संस्थानों के आसपास।