नई दिल्ली, (नोएडा खबर डॉट कॉम)
दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) ने बंदरगाह के काम में कदम रखते हुए एक नया समझौता किया है। सोमवार को डीएमआरसी, गुजरात के कांडला बंदरगाह (दीनदयाल पोर्ट), उमींदस टेक्नोलॉजी कंपनी और बीईएमएल कंपनी ने मिलकर एक नई स्वचालित कार्गो निकासी प्रणाली (ई-एफटीएस) बनाने का करार किया।
इस समझौते के तहत पहले एक छोटे स्तर (पायलट प्रोजेक्ट) पर सिस्टम बनाया जाएगा। बाद में इसके चलाने और रखरखाव की जिम्मेदारी डीएमआरसी 25 साल तक संभालेगी।
सभी कंपनियों की भूमिका को बाद में एक विस्तृत समझौते में लिखा जाएगा।यह ई-एफटीएस एक आधुनिक ऑटोमेटेड माल ढुलाई सिस्टम है। बंदरगाहों के लिए खासतौर पर बनाई गई यह तकनीक ब्लॉकचेन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), मशीन लर्निंग और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) का इस्तेमाल करती है। इससे माल लोड-अनलोड करने में समय और पैसा दोनों बचता है, साथ ही काम ज्यादा तेज और पर्यावरण-अनुकूल होता है।इसे जरूरत के हिसाब से दूसरे बंदरगाहों या जगहों पर भी लगाया जा सकता है।
डीएमआरसी के कार्यकारी निदेशक (मीडिया) अनुज दयाल ने कहा: “यह समझौता दिल्ली मेट्रो की नई क्षमताओं को दिखाता है। नई तकनीक से कांडला बंदरगाह का काम आसान और तेज होगा, और आगे चलकर दूसरे जगहों पर भी इसका फायदा मिलेगा।”
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