यूपी मुख्य सचिव ने की दिल्ली से मेरठ रैपिड रेल प्रोजेक्ट की समीक्षा, मार्च 23 तक 17 किलोमीटर दौड़ेगी रैपिड रेल
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लखनऊ, 27 सितम्बर।
मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी की अध्यक्षता में गठित हाईपावर कमेटी की बैठक में दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आर.आर.टी.एस. प्रोजेक्ट के निर्माण कार्य की प्रगति समीक्षा की गई।
अपने सम्बोधन में मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने आर.आर.टी.एस. के निर्माण कार्य को निर्बाध रूप से आगे बढ़ाने के लिए मण्डलायुक्त मेरठ एवं जिलाधिकारी मेरठ व गाजियाबाद तथा अन्य सम्बन्धित अधिकारियों को निर्माण कार्यों में आ रही बाधाओं को जल्द से जल्द दूर करने तथा जमीन सम्बन्धी मुद्दों को माह अक्टूबर तक निस्तारित कराने के निर्देश दिये। उन्होंने सरकारी जमीन के दर निर्धारण हेतु सक्षम स्तर से नीतिगत निर्णय हेतु प्रक्रिया में भी तेजी लाये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने कोविड-19 की अप्रत्याशित चुनौतियों के बावजूद पूरे आर.आर.टी.एस. कॉरीडोर में तेजी से चल रहे निर्माण कार्य के लिए एनसीआरटीसी की सराहना की। उन्होंने प्रोजेक्ट के लम्बे समय तक वित्तीय रूप से सतत् रहने के लिए एनसीआरटीसी द्वारा आर.आर.टी.एस. कॉरीडोर के आस-पास प्रोजेक्ट लिंक्ड व नॉन प्रोजेक्ट लिंक्ड भूमि के विकास द्वारा आय के नियमित स्रोत बनाने के लिए वैल्यू कैप्चर फाइनेंसिंग से जुड़े सभी शासकीय निर्देशों को बिना किसी विलम्ब के दिसम्बर मध्य तक जारी करने के निर्देश दिये।
बैठक के दौरान अवगत कराया गया कि प्राथमिकता खण्ड साहिबाबाद से दुहाई जिसकी कुल लम्बाई लगभग 17 किलोमीटर है, को मार्च 2023 में चालू कर दिया जायेगा और पूरी परियोजना को वर्ष 2025 तक पूरा कर लिया जायेगा। बैठक में यह भी अवगत कराया गया कि माह अगस्त, 2020 में हुई कमेटी की पिछली मीटिंग के सभी निर्देशों को कुछ जमीन सम्बन्धी मुद्दों को छोड़कर सभी को अमल में लाया जा चुका है।
दूसरी लहर के गंभीर प्रकोप के बाद भी एनसीआरटीसी ने कोविड नियमों का पालन करते हुए आर.आर.टी.एस. प्रोजेक्ट को रूकने नहीं दिया और उपलब्ध संसाधनों के बेहतर प्रबन्धन के जरिये निर्माण और उससे जुड़े अन्य कार्य जारी रखा। परिस्थितियां सामान्य होने के साथ सभी प्रकार के संसाधनों को साइट पर लामबन्द किया गया जिससे निर्माण की गति बढ़ाई जा सके और पिछड़े हुए कार्यों की भरपाई हो सके। इसी कारण आज इतने बड़े प्रोजेक्ट पर एक साथ काम करना संभव हो सका है। वर्तमान में 1100 इंजीनियर और 10 हजार से ज्यादा मजदूरों के साथ 16 लॉन्चिंग गैन्ट्री (तारिणी) तय समय सीमा के अन्दर प्रोजेक्ट पूरा करने के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं।
बैठक में अपर मुख्य सचिव अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास अरविन्द कुमार, प्रमुख सचिव आवास दीपक कुमार, प्रमुख सचिव परिवहन राजेश कुमार सिंह एवं प्रबन्ध निदेशक एनसीआरटीसी विनय कुमार सिंह सहित अन्य सम्बन्धित विभागों के वरिष्ठ अधिकारीगण आदि उपस्थित थे।
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