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सेहत की बात: नो डाइट डे पर फेलिक्स अस्पताल की डॉ शिवानी अहलावत की सलाह, संतुलित भोजन और स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं

-डायटिंग के चक्कर में अपने मन को मारना गलत

नोएडा, 5 मई।

डायटिंग के नाम पर अपने मन को मारना गलत है। इसके बजाय संतुलित आहार और नियमित व्यायाम से वजन नियंत्रित करना चाहिए। यह बातें फेलिक्स हॉस्पिटल डायटीशियन शिवानी अहलावत ने नो डाइट डे पर कहीं।

उन्होंने बताया कि वजन कम करने के लिए भूखे रहने के बजाय, खान-पान की आदतों में परिवर्तन और नियमित शारीरिक गतिविधियां अधिक प्रभावी होती हैं। संतुलित आहार और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर न केवल वजन नियंत्रित किया जा सकता है, बल्कि समग्र स्वास्थ्य भी सुधारा जा सकता है। प्रतिदिन की डाइट में सभी पोषक तत्वों को शामिल करें और खाने की मात्रा पर नियंत्रण रखें। भारतीय परंपरा में हमेशा से ही संतुलित आहार पर जोर दिया गया है। इसलिए मौसमी फल, सब्जियां, दालें, अनाज और दूध उत्पादों का संयोजित उपयोग स्वास्थ्य के लिए सर्वोत्तम है। आजकल फिटनेस और वजन घटाने के नाम पर डायटिंग का चलन बढ़ता जा रहा है।

उन्होंने बताया कि लोग अक्सर वजन कम करने के उद्देश्य से कठोर डायट प्लान अपनाते हैं, जिसमें भूखे रहकर या बहुत कम खाकर वजन घटाने का प्रयास किया जाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसी डायटिंग न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाती है, बल्कि मानसिक तनाव भी बढ़ाती है। कई लोग डायटिंग के चक्कर में खाना नहीं खाते, जिससे उनके शरीर में पौष्टिक तत्वों की कमी हो जाती है। इसका परिणाम यह होता है कि वे कई रोगों के शिकार हो जाते हैं। सिर्फ गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों को ही डॉक्टर या डायटीशियन के निर्देशानुसार आहार लेना चाहिए। अन्य स्वस्थ लोगों को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। शरीर की लंबाई और वजन के अनुसार संतुलित और रेनबो फूड खाना चाहिए। जितने अधिक रंगों के खाद्य पदार्थ आपके भोजन में शामिल होंगे, आपका शरीर उतना ही स्वस्थ रहेगा।”

उन्होंने यह भी बताया कि कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थों, जंक फूड और फास्ट फूड से बचना चाहिए, लेकिन घर का बना भोजन निःसंकोच खाया जा सकता है। जंक और फास्ट फूड कम करें। मीठा खाने की इच्छा होने पर गुड़ या डार्क चॉकलेट की एक-दो बाइट ले सकते हैं। शाम 7 बजे के बाद चाय और तरल पदार्थों का सेवन न करें

परहेज करें:
– दूध के साथ खट्टी चीजें जैसे दही या नींबू से बने पदार्थ
– संतरा और अधिक मात्रा में चाय का सेवन (एसिडिटी बढ़ा सकते हैं)
– रात में शराब और सिगरेट (नींद खराब करते हैं और ब्लड प्रेशर बढ़ा सकते हैं)
– तेज मिर्च-मसाले और चटपटी चीजें (विशेषकर अधिक वजन वाले लोगों के लिए)
– उड़द, स्टार्च युक्त खाद्य पदार्थ, मूली और बैंगन

आहार में शामिल करें:
– चुकंदर (रक्त नलिकाओं को चौड़ा करता है)
– अंगूर (एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर, कीटाणुओं का नाश करता है)
– भुने हुए मखाने, उपमा, लौकी और ओट्स
– बेल का जूस (चार लीटर पानी जितना फायदेमंद)
– नारियल पानी, गुलकंद और गुलाब से बना शरबत

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