विश्व रक्तदाता दिवस 14 जून पर खास
नोएडा,13 जून।
विश्व रक्तदाता दिवस (14 जून) के अवसर पर रक्तदान के महत्व को रेखांकित करते हुए लोगों से स्वैच्छिक रक्तदान और जागरूकता फैलाने का आह्वान किया गया है। रक्तदान न केवल तीन जिंदगियों को बचाने का माध्यम है, बल्कि यह दाता के स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है।
फेलिक्स अस्पताल की मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. रश्मि गुप्ता ने बताया कि रक्तदान मानवता की सेवा का सबसे सरल और प्रभावी तरीका है। थैलेसीमिया, कैंसर, सर्जरी, दुर्घटना और प्रसव जैसे मामलों में रक्त की जरूरत होती है। भारत में प्रतिवर्ष 1.5 करोड़ यूनिट रक्त की आवश्यकता है, लेकिन केवल 1.1 करोड़ यूनिट उपलब्ध हो पाता है, जिससे 40 लाख यूनिट की कमी रहती है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, 2022 में प्रतिदिन 10-12 हजार लोग समय पर रक्त न मिलने के कारण जान गंवा रहे हैं।
डॉ. गुप्ता ने बताया कि रक्तदान से आयरन का संतुलन बनता है, हृदय रोगों का खतरा कम होता है, नई रक्त कोशिकाएं बनती हैं और 650 कैलोरी तक की खपत होती है। रक्तदान से पहले स्वास्थ्य जांच भी होती है, जिससे दाता को अपने स्वास्थ्य की जानकारी मिलती है। देश में 2.2 रक्त बैंक प्रति मिलियन लोगों की दर से हैं, जिनमें से 72% रक्त स्वैच्छिक दान से आता है। हालांकि, ग्रामीण क्षेत्रों में रक्त बैंकों का अभाव और रक्त बर्बादी एक चुनौती है।
विश्व रक्तदाता दिवस का उद्देश्य लोगों को स्वैच्छिक रक्तदान के लिए प्रेरित करना है, ताकि आपातकालीन और गंभीर बीमारियों में जरूरतमंदों को समय पर रक्त मिल सके। 18 से 65 वर्ष के स्वस्थ व्यक्ति रक्तदान कर सकते हैं। आइए, इस दिवस पर संकल्प लें कि हम नियमित रक्तदान करेंगे और दूसरों को भी इसके लिए प्रोत्साहित करेंगे।