नई दिल्ली, 5 मार्च।
राष्ट्रीय रोपवे विकास कार्यक्रम-पर्वतमाला परियोजना के अंतर्गत उत्तराखंड भारत की पहली ट्राई-केबल डिटैचेबल गोंडोला (3एस) तकनीक के साथ परिवर्तनकारी गतिशीलता का अनुभव करने के लिए तैयार है। यह जानकारी केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने सोशल मीडिया पर शेयर की है। अब रोपवे से केदारनाथ व हेमकुंट साहिब जाना न केवल आसान होगा बल्कि समय भी बचेगा।
उन्होंने बताया कि 12.4 किलोमीटर लम्बा गोविंदघाट-हेमकुंड साहिब जी रोपवे (₹2,730.13 करोड़) यात्रा के समय को 3 दिन से घटाकर 3 घंटे कर देगा, जिससे इस पवित्र तीर्थस्थल और यूनेस्को द्वारा सूचीबद्ध फूलों की घाटी तक पहुंच आसान हो जाएगी।
इसके साथ ही, 12.9 किलोमीटर लंबा सोनप्रयाग-केदारनाथ रोपवे (4,081.28 करोड़) यात्रा का समय 9 घंटे से घटाकर केवल 36 मिनट कर देगा।