
राष्ट्रीय देहात मोर्चा द्वारा लोधीपुर छपका गांव में किसानों की समस्याओं और समाधान पर शनिवार को एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर देहात मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राव संजय भाटी ने उत्तर प्रदेश सरकार पर प्राथमिक स्कूलों को बंद करने की योजना बनाने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि इससे गरीब और किसान परिवारों के बच्चे शिक्षा से वंचित हो जाएंगे, जिससे कमजोर वर्गों का भविष्य अंधकारमय होगा। भाटी ने ग्राम सभाओं को सशक्त करने की वकालत करते हुए कहा कि शिक्षा, चिकित्सा और विकास से जुड़े सभी निर्णय ग्राम सभाओं को सामूहिक रूप से लेने चाहिए। उन्होंने अग्निवीर योजना को गांव के युवाओं के सैन्य सपनों को तोड़ने वाला करार दिया और ब्लॉक-तहसील स्तर पर भ्रष्टाचार, खाद-बीज में मिलावट जैसी समस्याओं पर चिंता जताई।
गोष्ठी का संचालन वरिष्ठ समाजसेवी चौधरी राजबल सिंह ने किया। उन्होंने कहा कि भारत की 85% आबादी गांवों में रहती है, लेकिन विकास में उनकी हिस्सेदारी 25% भी नहीं है। उन्होंने किसानों के लिए एमएसपी, चिकित्सा, शिक्षा और रोजगार की गारंटी की मांग की और देहात मोर्चा को कमजोर वर्गों की आवाज बताया। सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता भागमल सिंह ने व्यवस्था के दोषों पर सवाल उठाते हुए किसानों और ग्रामीणों से अपने हक के लिए संघर्ष करने का आह्वान किया।
कार्यक्रम में भूमि विकास बैंक चेयरमैन सुभाष चौधरी, डॉ. गंगा दास, भीम सिंह सिरसा, बेगराज मुखिया, चमन सिंह, हरीश हूण, राहुल प्रधान, नरेंद्र मावी, डॉ. अनिल मोरल, अंकित भड़ाना, जगबीर सिंह सहित कई वक्ताओं ने देहात मोर्चा को मजबूत करने और किसान हितों के लिए सहयोग का वचन दिया।
इस अवसर पर रोहित गुर्जर, धन सिंह कोतवाल, तस्वीर चपराना, ठाकुर सोमपाल सिंह गहलोत, नरेश गुर्जर, बाबू जयपाल सिंह, विजय सिंह प्रधान, मास्टर भुलन सिंह, एहलकार सिंह, चेतन सिंह, देवेंद्र सिंह, सदन पाल, भाग सिंह, महेश चंद्र सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति और मातृशक्ति उपस्थित रहे। देहात मोर्चा ने इस गोष्ठी के माध्यम से ग्रामीण विकास और किसान हितों के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।