

गौतमबुद्धनगर पुलिस कमिश्नरेट ने फर्जी सिम कार्ड के जरिए होने वाले साइबर और आर्थिक अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए “ऑपरेशन तलाश” शुरू किया है। पुलिस कमिश्नर श्रीमती लक्ष्मी सिंह के निर्देशन में यह अभियान 26 जुलाई से 25 अगस्त 2025 तक चलेगा।
अपर पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) डॉ. राजीव नारायण मिश्र की देखरेख में इस अभियान के तहत सिम कार्ड वितरकों, विक्रेताओं और प्वाइंट ऑफ सेल (पीओएस) का भौतिक सत्यापन किया जा रहा है। इसका उद्देश्य भारत सरकार और दूरसंचार विभाग के दिशा-निर्देशों, जैसे ई-केवाईसी, सिम कार्ड की सीमित संख्या, सिम हस्तांतरण और पुराने सिम कार्डों के पुनः सत्यापन का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करना है।
अभियान के तहत फर्जी और प्री-एक्टिवेटेड सिम कार्ड जारी करने वाले वितरकों और विक्रेताओं की गहन जांच की जा रही है, ताकि अनैतिक और गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल तत्वों की पहचान हो सके। इसका मुख्य लक्ष्य अपराधों की रोकथाम और नागरिकों की सुरक्षा को मजबूत करना है।
पुलिस ने चेतावनी दी है कि अनैतिक गतिविधियों में लिप्त दुकानों और विक्रेताओं के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।