पुलिस कमिश्नर श्रीमती लक्ष्मी सिंह ने बताया कि इन परियोजनाओं का लक्ष्य न केवल पुलिस बल को आधुनिक सुविधाएं प्रदान करना है, बल्कि नागरिकों को बेहतर पुलिसिंग सेवाएं उपलब्ध कराना भी है। इन परियोजनाओं में नवीनतम तकनीकी सुविधाओं को शामिल किया गया है, ताकि डिजिटलीकरण और नागरिक इंटरफेस को बढ़ावा मिले। प्रमुख परियोजनाओं का विवरण:
- रिजर्व पुलिस लाइन्स में हॉस्टल/बैरक: 200 पुलिस कर्मियों के लिए जी+11 संरचना का निर्माण कार्य उत्तर प्रदेश पुलिस आवास निगम लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है। इसकी अनुमानित लागत ₹1056.04 लाख है और यह कार्य 81% पूर्ण हो चुका है।
- थाना फेस-1, नोएडा: सेक्टर-05 में 4048 वर्ग मीटर के भूखंड पर ₹819.79 लाख की लागत से 3 मंजिला थाना भवन का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इसमें प्रभारी निरीक्षक कार्यालय, थाना कार्यालय, जनशिकायत कक्ष, महिला सशक्तिकरण कक्ष, सीसीटीएनएस कार्यालय, आईटी सेल, हवालात, और दिव्यांगजन के लिए विशेष शौचालय जैसी सुविधाएं शामिल हैं। यह कार्य शीघ्र पूर्ण होने की स्थिति में है।
- थाना सेक्टर-142: नोएडा प्राधिकरण द्वारा 4000 वर्ग मीटर का भूखंड आवंटित किया गया है, जहां आवासीय और थाना भवन का निर्माण कार्य जल्द शुरू होगा।
- थाना सेक्टर-113: 3060 वर्ग मीटर के भूखंड पर ₹979.31 लाख की लागत से 4 मंजिला थाना भवन का निर्माण उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम द्वारा किया जा रहा है। इसमें आधुनिक सुविधाओं जैसे विवेचना कक्ष, मालगृह, शस्त्रागार, और मनोरंजन कक्ष शामिल हैं।
- थाना कासना: 3957 वर्ग मीटर के भूखंड पर भवन निर्माण के लिए भूमि आवंटन की प्रक्रिया अंतिम चरण में है।
- अन्य थानों में निर्माण: थाना सेक्टर-39, फेस-3, बिसरख, बीटा-2, जारचा, जेवर, रबूपुरा, और ईकोटेक-3 में हॉस्टल/बैरक, विवेचना कक्ष, और आवासीय भवनों का निर्माण कार्य विभिन्न एजेंसियों द्वारा तेजी से किया जा रहा है। इनकी लागत ₹189.13 लाख से ₹971.12 लाख तक है। कुछ परियोजनाएं पूर्ण हो चुकी हैं, जबकि अन्य में हस्तांतरण और विद्युत कार्य प्रगति पर हैं।
- सहायक पुलिस आयुक्त, चतुर्थ ग्रेटर नोएडा: जेवर में ₹358.40 लाख की लागत से आवासीय भवन का निर्माण कार्य उत्तर प्रदेश प्रोजेक्ट्स कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा शीघ्र पूर्ण किया जाएगा।
श्रीमती लक्ष्मी सिंह ने कहा, “इन निर्माण कार्यों से न केवल पुलिस बल को आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि कार्य निष्पादन में पारदर्शिता और दक्षता भी बढ़ेगी। हमारा लक्ष्य है कि गौतमबुद्धनगर के नागरिकों को सुरक्षित और बेहतर पुलिसिंग का माहौल प्रदान किया जाए।” इन परियोजनाओं के पूर्ण होने से गौतमबुद्धनगर पुलिस कमिश्नरेट की कार्यक्षमता में उल्लेखनीय सुधार होगा, जिससे कानून व्यवस्था को और सशक्त बनाने में मदद मिलेगी। यह उत्तर प्रदेश सरकार और पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह की दूरदर्शी सोच का परिणाम है, जो क्षेत्र में सुरक्षा और विकास के नए आयाम स्थापित कर रहा है।