नई दिल्ली। (नोएडा खबर डॉट कॉम)
भारत के 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से अपने 12वें स्वतंत्रता दिवस भाषण में देश को संबोधित किया। इस बार भाषण की मुख्य थीम ‘नया भारत’ रही, जिसमें आत्मनिर्भरता, राष्ट्रीय सुरक्षा, सामाजिक एकता और 2047 तक ‘विकसित भारत’ के लक्ष्य पर जोर दिया गया। पीएम ने देशवासियों को प्रेरित करते हुए कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रकाश डाला।
भाषण के मुख्य बिंदु:
राष्ट्रीय सुरक्षा और ऑपरेशन सिंदूर:
पीएम मोदी ने हाल ही में पहलगाम में आतंकी घटना के जवाब में भारतीय सेना के “ऑपरेशन सिंदूर” की सराहना की। उन्होंने कहा कि सेना को खुली छूट दी गई थी, जिसके परिणामस्वरूप ऐसी कार्रवाई हुई जो “सैकड़ों दशकों” में अभूतपूर्व है।
आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए उन्होंने कहा, “आतंकवाद को प्रायोजित करने वाले भी आतंकवादी हैं। परमाणु ब्लैकमेल को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।” पड़ोसी देशों को चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा, “खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते।”
संविधान और एकता का सम्मान:
पीएम ने संविधान निर्माताओं को श्रद्धांजलि दी और डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 125वीं जयंती पर उनके “एक राष्ट्र, एक संविधान” के योगदान को याद किया। अनुच्छेद 370 को हटाने को राष्ट्रीय एकता की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया।
प्राकृतिक आपदाओं पर संवेदना:
हाल की प्राकृतिक आपदाओं जैसे भूस्खलन और बादल फटने से प्रभावित लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें राहत कार्यों में एकजुट होकर काम कर रही हैं।
आत्मनिर्भर और विकसित भारत:
2047 तक ‘विकसित भारत’ के लक्ष्य को दोहराते हुए पीएम ने स्वदेशी तकनीक और स्थानीय विनिर्माण को बढ़ावा देने पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “आत्मनिर्भर भारत ही नये भारत की नींव है।”आर्थिक प्रगति और कल्याणकारी योजनाओं के जरिए समावेशी विकास पर बल दिया।
सामाजिक सुधार और सशक्तिकरण:
सामाजिक मुद्दों जैसे समान नागरिक संहिता (UCC), स्वच्छता, महिला सशक्तिकरण और वंचित समुदायों के उत्थान पर चर्चा की। पीएम ने MyGov और NaMo ऐप के जरिए जनता से मिले सुझावों को शामिल करने का जिक्र किया।
विदेश नीति और वैश्विक मंच:
वैश्विक मंच पर भारत की मजबूत स्थिति पर जोर दिया। अमेरिका के साथ संबंधों में तनाव और डोनाल्ड ट्रम्प की टैरिफ नीतियों के प्रभाव पर अप्रत्यक्ष टिप्पणी की। भारत-पाक संबंधों पर भी कड़ा संदेश दिया।
मिशन सुदर्शन चक्र:
पीएम मोदी ने मिशन सुदर्शन चक्र की शुरुआत की घोषणा की, जो 2035 तक भारत की रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने के लिए एक अत्याधुनिक हथियार और निगरानी प्रणाली है। उन्होंने कहा, “भगवान श्रीकृष्ण के सुदर्शन चक्र से प्रेरित होकर, हमने यह मार्ग चुना है। यह मिशन देश के रणनीतिक, नागरिक और धार्मिक स्थलों को सुरक्षित करेगा।”
यह प्रणाली सटीक लक्ष्य प्रणाली (Precise Target System) और उन्नत हथियारों से लैस होगी, जो हवाई, जमीनी और समुद्री खतरों को निष्प्रभावी करेगी और जवाबी कार्रवाई में सक्षम होगी। यह रूसी S-400 प्रणाली से प्रेरित है, जिसमें 400 किमी तक की रेंज में विमान, क्रूज मिसाइल, ड्रोन और बैलिस्टिक मिसाइलों को निशाना बनाने की क्षमता होगी।
पीएम ने इसे आत्मनिर्भर भारत का हिस्सा बताते हुए कहा कि यह प्रणाली पूरी तरह स्वदेशी होगी, जिसमें भारतीय युवाओं की प्रतिभा का उपयोग होगा।
दीवाली पर जीएसटी में कमी का तोहफा:
पीएम ने दीवाली के लिए अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधारों की घोषणा की, जिसे उन्होंने “दोगुनी दीवाली” का तोहफा करार दिया। दैनिक उपयोग की वस्तुओं, जैसे मिठाइयों, उपहारों और त्योहारी सामग्रियों पर जीएसटी दरों में कमी की जाएगी, जिससे आम जनता और व्यापारियों को लाभ होगा।
यह कदम त्योहारी सीजन में खपत को बढ़ावा देगा और छोटे व्यवसायों को प्रोत्साहन देगा। सटीक दरों और लागू होने की तारीख की घोषणा बाद में होने की उम्मीद है।
विशेष आयोजन और सम्मान:
समारोह में 26 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 85 ग्राम पंचायतों के सरपंचों को विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया, जिन्होंने स्वच्छ भारत मिशन और जल जीवन मिशन में योगदान दिया।
ऑपरेशन सिंदूर का ध्वज प्रदर्शित किया गया, और दो Mi-17 हेलीकॉप्टरों ने तिरंगा व ऑपरेशन सिंदूर का ध्वज लेकर फूलों की वर्षा की।
सुरक्षा व्यवस्था:
लाल किले पर 11,000 से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात थे, जिसमें स्नाइपर्स, एंटी-ड्रोन यूनिट्स और अंडर-व्हीकल सर्विलांस सिस्टम शामिल थे, जो समारोह की गरिमा और सुरक्षा को दर्शाता है।
थीम ‘नया भारत’ का सार:’नया भारत’ की थीम के तहत पीएम ने एक ऐसे भारत की परिकल्पना प्रस्तुत की जो आत्मनिर्भर, सुरक्षित और सामाजिक रूप से एकजुट हो। उन्होंने युवाओं, किसानों और महिलाओं को देश की प्रगति का आधार बताया और सभी नागरिकों से 2047 तक विकसित भारत के सपने को साकार करने में योगदान देने की अपील की।