नोएडा, (नोएडा खबर डॉट कॉम)
कॉन्फेडरेशन ऑफ एनसीआर रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन ने नोएडा विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ लोकेश एम को पत्र लिखकर शहर में पेयजल आपूर्ति की बदहाल स्थिति पर गंभीर चिंता जताई है। कोनरवा के पत्र में कहा गया है कि नोएडा की स्थापना को 49 वर्ष बीत चुके हैं, फिर भी प्राधिकरण शुद्ध पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करने में विफल रहा है।
कोनरवा अध्यक्ष पी एस जैन ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने ढाई दशक पहले शत-प्रतिशत शुद्ध पेयजल आपूर्ति के निर्देश दिए थे, जिसमें दो वर्षों में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित करने का आदेश था। लेकिन प्राधिकरण ने इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया। संगठन ने प्राधिकरण की उदासीनता पर सवाल उठाते हुए कहा कि पर्याप्त संसाधन और धनराशि होने के बावजूद इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा।
पत्र में यह भी उल्लेख किया गया कि गंगा जल में ट्यूबवेल और रेनवेल का पानी मिलाने से गंगा जल दूषित हो जाता है, जिससे लाखों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है। कोनरवा ने सुझाव दिया कि छोटे-छोटे वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाकर इस समस्या का समाधान किया जा सकता है, जैसा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर नाले के पानी को शुद्ध करने के लिए सिवेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाए गए हैं।
संगठन ने मांग की है कि रिजर्व वायर पर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित किए जाएं ताकि शुद्ध पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित हो और पानी की बर्बादी रोकी जा सके। साथ ही, गंगा नहर की सप्लाई बंद होने पर ट्यूबवेल/रेनवेल के पानी की निर्भरता को कम करने के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं। कोनरवा के अध्यक्ष पी.एस. जैन ने कहा, “शुद्ध पेयजल नागरिकों का मौलिक अधिकार है। हम प्राधिकरण के साथ इस मुद्दे पर सहयोग करने को तैयार हैं।”