

थाना इकोटेक-03 पुलिस ने शुक्रवार देर रात एक शातिर ठग सन्नी उर्फ नितेश बाबू को यमुना कट के पास मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया। यह अपराधी एटीएम में धोखाधड़ी की एक अनोखी तरकीब अपनाकर लोगों को ठगने में माहिर था।
अपराध का तरीका:
सन्नी और उसके दो साथी, सुमित और संजय, एक सुनियोजित तरीके से ठगी को अंजाम देते थे। सन्नी एटीएम मशीन के कार्ड स्लॉट में फेविकॉल या फेवीक्विक लगा देता था, जिससे पीड़ित का कार्ड मशीन में फंस जाता था। इसके बाद सुमित और संजय मौके पर पहुंचकर पीड़ित को मदद के बहाने एक फर्जी हेल्पलाइन नंबर देते थे, जो सन्नी का ही नंबर होता था। सन्नी फोन पर पीड़ित से एटीएम कार्ड का पिन पूछकर उन्हें बैंक जाने की सलाह देता था। जैसे ही पीड़ित वहां से जाता, सुमित और संजय प्लास्टिक की मदद से फंसा हुआ कार्ड निकाल लेते और अन्य एटीएम से पीड़ित के खाते से पैसे उड़ा लेते। इस तरह की ठगी से उन्होंने कई वारदातों को अंजाम दिया।
सन्नी और उसके दो साथी, सुमित और संजय, एक सुनियोजित तरीके से ठगी को अंजाम देते थे। सन्नी एटीएम मशीन के कार्ड स्लॉट में फेविकॉल या फेवीक्विक लगा देता था, जिससे पीड़ित का कार्ड मशीन में फंस जाता था। इसके बाद सुमित और संजय मौके पर पहुंचकर पीड़ित को मदद के बहाने एक फर्जी हेल्पलाइन नंबर देते थे, जो सन्नी का ही नंबर होता था। सन्नी फोन पर पीड़ित से एटीएम कार्ड का पिन पूछकर उन्हें बैंक जाने की सलाह देता था। जैसे ही पीड़ित वहां से जाता, सुमित और संजय प्लास्टिक की मदद से फंसा हुआ कार्ड निकाल लेते और अन्य एटीएम से पीड़ित के खाते से पैसे उड़ा लेते। इस तरह की ठगी से उन्होंने कई वारदातों को अंजाम दिया।
मुठभेड़ के दौरान सन्नी ने पुलिस पर फायरिंग की, जवाबी कार्रवाई में वह घायल हो गया। उसके कब्जे से एक तमंचा, कारतूस, तीन एटीएम कार्ड और घटना में इस्तेमाल मोटरसाइकिल बरामद हुई। सन्नी के दोनों साथी सुमित और संजय पहले ही गिरफ्तार होकर जेल भेजे जा चुके हैं। पुलिस ने सन्नी के खिलाफ बीएनएस की धारा 318(4), 305ए, 317(2), और 317(5) के तहत मामला दर्ज किया है। यह गिरफ्तारी एटीएम ठगी के बढ़ते मामलों पर अंकुश लगाने की दिशा में एक बड़ी सफलता है।