यूपीआईटीएस 2025: अंत्योदय से राष्ट्रोदय की ओर एक अनूठा मंच, सीएम योगी ने की पीएम मोदी की सराहना

ग्रेटर नोएडा/लखनऊ, (नोएडा खबर डॉट कॉम)

उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो (यूपीआईटीएस 2025) के तीसरे संस्करण का भव्य उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि यूपीआईटीएस केवल एक व्यापारिक प्रदर्शनी नहीं, बल्कि अंत्योदय को राष्ट्रोदय में बदलने और ‘मेक इन इंडिया, मेक फॉर वर्ल्ड’ के स्वदेशी मॉडल के माध्यम से आत्मनिर्भर भारत के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को साकार करने का मंच है।

वैश्विक मंच पर उत्तर प्रदेश की चमक
इस ट्रेड शो में 80 देशों से 550 से अधिक विदेशी खरीदार और 75 जिलों से 2,250 प्रदर्शक शामिल हुए, जो उत्तर प्रदेश की औद्योगिक प्रगति, पारंपरिक उद्यमों के पुनर्जनन, सांस्कृतिक विरासत और सामाजिक विविधता को प्रदर्शित कर रहे हैं। सीएम योगी ने रूस को भागीदार देश के रूप में और 532 से अधिक विदेशी खरीदारों का स्वागत करते हुए कहा कि यूपीआईटीएस नये भारत के नये उत्तर प्रदेश और विकसित भारत के विकसित उत्तर प्रदेश को बढ़ावा देगा।

जीएसटी सुधार: अर्थव्यवस्था को नई ऊर्जा
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री का स्वागत करते हुए उन्हें फिरोजाबाद के कारीगरों द्वारा बनाई गई माँ दुर्गा की मूर्ति भेंट की। उन्होंने अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधारों को लागू करने के बाद पीएम की पहली उत्तर प्रदेश यात्रा को गरीबों, किसानों, महिलाओं, युवाओं, मध्यम वर्ग, व्यापारियों और छोटे उद्योगों के लिए “शानदार दीवाली उपहार” बताया। सीएम ने कहा कि जुलाई 2017 में शुरू किए गए चार टैक्स स्लैब को अब दो में कम कर दिया गया है, जिससे अर्थव्यवस्था और मजबूत होगी। “पिछले चार दिनों में बाजार में नई स्फूर्ति देखी गई है। उपभोक्ता तेजी से बाजार की ओर लौट रहे हैं, और गरीब, मजदूर, व्यापारी और किसान सभी को नया जीवन मिला है,” उन्होंने कहा।

युवाओं को नौकरी मांगने से नौकरी देने वाला बनाने की दिशा
सीएम योगी ने पीएम मोदी के दशक पुराने दृष्टिकोण को याद करते हुए कहा कि युवाओं को नौकरी मांगने वालों से नौकरी देने वालों में बदलने की दिशा में पीएम स्टार्टअप, स्टैंडअप योजना और पीएम इंटर्नशिप जैसी योजनाओं ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उत्तर प्रदेश ने इस दिशा में 24 जनवरी 2025 को शुरू की गई सीएम युवा उद्यमी योजना के तहत एक साल से भी कम समय में 90,000 से अधिक युवाओं को लाभान्वित किया है।

विश्वकर्मा योजना और ओडीओपी का योगदान
सीएम ने विश्वकर्मा योजना को कारीगरों और शिल्पकारों के लिए एक ऐतिहासिक पहल बताया, जो उत्तर प्रदेश की वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट (ओडीओपी) योजना को पूरक बनाती है। विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत चार लाख से अधिक कारीगरों और शिल्पकारों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है, जो ‘वोकल फॉर लोकल’ के मंत्र को मजबूत करता है। उत्तर प्रदेश 77 जीआई उत्पादों के साथ देश की जीआई राजधानी बन चुका है, और इस वर्ष 75 अतिरिक्त उत्पादों के लिए जीआई टैग के लिए आवेदन दाखिल किए जा रहे हैं।

वैश्विक निवेश और रोजगार सृजन
सीएम ने फरवरी 2023 में पीएम मोदी द्वारा उद्घाटित यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का जिक्र करते हुए कहा कि राज्य को 40 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले, जिनमें से 12 लाख करोड़ रुपये से अधिक के प्रोजेक्ट शुरू हो चुके हैं, और कुछ में उत्पादन भी शुरू हो गया है। नवंबर में 5 लाख करोड़ रुपये की ग्राउंडब्रेकिंग सेरेमनी की तैयारी चल रही है। उत्तर प्रदेश में 96 लाख से अधिक एमएसएमई इकाइयों को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिन्हें सामाजिक सुरक्षा प्रदान की जा रही है, और 2 करोड़ से अधिक युवाओं को रोजगार और नौकरियां मिली हैं।

आईटी और सेमीकंडक्टर में उत्तर प्रदेश की प्रगति
सीएम ने कहा कि उत्तर प्रदेश आईटी, सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण का वैश्विक केंद्र बन रहा है, जो भारत के 55% मोबाइल फोन उत्पादन और 50% से अधिक मोबाइल घटकों का योगदान दे रहा है। राज्य ने आईटी को उद्योग का दर्जा दिया है, और प्रमुख घरेलू व वैश्विक कंपनियां सेमीकंडक्टर क्षेत्र में निवेश कर रही हैं।

सांस्कृतिक और औद्योगिक प्रदर्शन
यूपीआईटीएस में स्टार्टअप, ओडीओपी, उभरते निर्यातक, महिला उद्यमी, नए उद्यमी, कारीगर, आईटी-इलेक्ट्रॉनिक्स, कृषि, खाद्य प्रसंस्करण, कौशल विकास, महिला स्वयं सहायता समूह, और वन व पर्यावरण विभाग के उत्पादों और पहलों को प्रदर्शित किया जा रहा है। 60 से अधिक जीआई-टैग स्टॉल इस आयोजन में शामिल हैं।

हर जिले में औद्योगिक और रोजगार जोन
सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर सीएम ने घोषणा की कि प्रत्येक जिले में 100 एकड़ के औद्योगिक और रोजगार जोन विकसित करने की योजना का विस्तार किया गया है। इन जोन में स्वरोजगार, वेतन रोजगार, एमएसएमई, कौशल विकास, खादी-ग्रामोद्योग, बैंक और श्रम सेवाओं से संबंधित विभागों के कार्यालय होंगे, जो युवाओं को कौशल विकास और उद्यम सृजन के लिए व्यापक समर्थन प्रदान करेंगे।

विकसित भारत का विकास इंजन
सीएम योगी ने कहा कि बेहतर सड़क, हवाई, रेल और जल कनेक्टिविटी, बेहतर कानून-व्यवस्था और अनुकूल निवेश वातावरण के साथ उत्तर प्रदेश निवेशकों के लिए एक आकर्षक गंतव्य बन गया है। उन्होंने पीएम मोदी के विदेशी निर्भरता कम करने और स्वदेशी संसाधनों के उपयोग पर जोर को दोहराते हुए कहा कि उद्योग, अकादमिक, अनुसंधान केंद्र और समाज को एकजुट होकर आत्मनिर्भर और विकसित भारत के लिए काम करना होगा।
इस अवसर पर योगी सरकार के मंत्री राकेश सचान, नंद गोपाल गुप्ता नंदी, स्वतंत्रदेव सिंह, धर्मपाल सिंह, बेबी रानी मौर्य, एके शर्मा, संजय निषाद, दयाशंकर सिंह, कपिल देव अग्रवाल, असीम अरुण, सांसद महेश शर्मा व राज्यसभा सांसद सुरेंद्र नागर और अन्य उपस्थित थे।

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